पटनाः लोजपा(आर) ने प्रदेश में बालिका और महिला सुरक्षा के प्रति प्रशासन के उदासीन रवैये को लेकर राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक राजू तिवारी (LJPR Leader Raju Tiwari) ने कहा है कि गायघाट बालिका गृह मामला (Gaighat Shelter Home case) इस बात की गवाही देता हैं कि सीएम नीतीश कुमार बेटियों को बचाने और महिला सशक्तिकरण की जो बात करते हैं, उसमें कितनी सच्चाई है.
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राजू तीवारी ने कहा कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के बाद यदि राज्य सरकार बेटियों की सुरक्षा के प्रति गंभीर होती तो पटना शेल्टर होम में रहने वाली बेटियों को अनैतिक कार्य के लिए मजबूर नहीं होना पड़ता. उन्होंने कहा कि लापरवाह सिस्टम और प्रशासनिक क्षेत्र में जरूरी देखरेख के अभाव के कारण ही ऐसी चिंतनीय और शर्मनाक घटना रूक नहीं रही हैं. इस घटना पर फौरन कार्रवाई करने की बजाय नीतीश सरकार की प्रशासनिक मशीनरी इसकी लीपा-पोती में लग गई, जो कि निंदनीय है.
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विभिन्न स्तरों पर शेल्टर होम घटना की पुष्टि की गयी, लेकिन राज्य प्रशासन ने ऐसी घटना होने से इंकार करते हुए अपने बचाव में मनगढ़ंत कहानी प्रस्तुत कर दी. हमारी मांग है कि इस मामले के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और शेल्टर होम में सुरक्षा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
बता दें कि बिहार में एक बार फिर से शेल्टर होम में लड़कियों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है. 2018 में हुए मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के बाद पटना के गायघाट बालिका गृह में लड़कियों को नशीला पदार्थ देकर उनसे दुष्कर्म की घटना ने सरकार पर सवाल उठाया है. घटना सामने आने के बाद सरकार सकते में है. मामला अब पटना हाईकोर्ट में पहुंच गया है. जहां प्रदेश से सभी शेल्टर होम की एक साथ जांच की मांग की गई है. वहीं, लोजपा ने सरकार से बिहार के सभी शेल्टर होम में सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की मांग की है.
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