पटना: बिहार की राजनीति पर दलित सियासत का रंग चढ़ चुका है. एनडीए में घमासान है. दो दलित नेता चिराग पासवान और जीतन राम मांझी आमने-सामने हैं. दोनों दलों के बीच तल्खी बढ़ चुकी है और लोजपा जीतन राम मांझी को एनडीए का हिस्सा नहीं मानती है.
लोक जनशक्ति पार्टी सुप्रीमों चिराग पासवान लगातार नीतीश सरकार पर निशाना साध रहे हैं. चिराग पासवान नीतीश सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े कर रहे हैं. चिराग पासवान के रुख से परेशान नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी को एनडीए में शामिल करवा लिया है.
नीतीश के फैसले पर लोजपा को ऐतराज
नीतीश कुमार के फैसले पर लोजपा को ऐतराज है. जिस तरीके से चिराग पासवान नीतीश कुमार पर हमले कर रहे हैं. उसको लेकर हम पार्टी नीतीश कुमार के बचाव में उतर आई है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि चिराग पासवान गठबंधन धर्म नहीं निभा पा रहे हैं. नीतीश कुमार एनडीए के सर्वमान्य नेता हैं और उनके फैसले पर सवाल खड़ा करना ठीक नहीं है.
'जीतन राम मांझी एनडीए का हिस्सा नहीं'
हम पार्टी के तेवर पर लोक जनशक्ति पार्टी ने पलटवार किया है. लोजपा प्रवक्ता संजय पासवान ने कहा है कि जीतन राम मांझी को किसी ने एनडीए में बुलाया नहीं है. वह खुद चलकर आए हैं. एनडीए के किसी नेता ने उनका स्वागत भी नहीं किया है. हम लोग जीतन राम मांझी को एनडीए का हिस्सा नहीं मानते. दोनों दलों के बीच तकरार को लेकर राजद नेता बोलने से बच रहे हैं. पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि एनडीए में आग लगी है. हमारी चिंता बिहार की 12 करोड़ जनता हैं.
वहीं, बीजेपी के पार्टी प्रवक्ता निखिल आनंद का कहना है कि एनडीए विकास के रफ्तार से चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेन है, जो भी स्वच्छ छवि के लोग ट्रेन पर सवार होना चाहेंगे. तो वह सवार हो सकते हैं.