पटना: छठ महापर्व 2020 को लेकर एक ओर जहां प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल ने गंगाजल को घर-घर तक पहुंचाने वाले टैंकरों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया तो दूसरी ओर जिलाधिकारी ने छठ की व्यवस्था पर समीक्षा बैठक कर जरूरी दिशा निर्देश जारी किए और इस मौक़े पर पटना शहरी क्षेत्र के खतरनाक, अनुपयोगी घाटों की की सूची जारी की है.
इन घाटों पर नहीं जाने की अपील
बुद्ध घाट, अदालत घाट, मिश्री घाट, टी एन बनर्जी घाट ,जजेज घाट, वंशी घाट ,जहाज घाट, अंटा घाट, सिपाही घाट, बी एन कॉलेज घाट, बालू घाट, खाजेकला घाट ,पत्थर घाट ,अदरक घाट, रिकाबगंज घाट, पीर मदड़िया घाट, नंदगोला घाट, नूरुउद्दीन घाट,बुंदेल टोली घाट, दमराही घाट, केशवराय घाट , बांस घाट को खतरनाक घाटों की श्रेणी में रखा गया है.
जिलाधिकारी ने की बैठक, दिए दिशा-निर्देश
लोक आस्था का महापर्व छठ व्रत के सफल एवं सुचारू आयोजन के लिए डीएम ने अधिकारियों के साथ की बैठक की. जिसमें उन्होंने दिया निर्देश दिए. जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड संक्रमण के वर्तमान दौर में छठ व्रती यथा संभव अपने घर पर ही छठ पूजा का आयोजन करें . कोविड के वर्तमान दौर में एहतियाती उपायों के तहत घाटों पर भीड़ भाड़ ना लगाने, खतरे को देखते हुए सजग- सतर्क की अपील की गई है.
जिलाधिकारी की बड़ी बातें
टैंकरों के माध्यम से गंगाजल घर-घर श्रद्धालु तक पहुंचाया जाए
खतरनाक घाटों को बंद किया जाए
घाटों पर वाहनों की आवाजाही पर रहेगी रोक
नावों के परिचालन पर भी रहेगी रोक
घाटों पर सुरक्षा मानक की शत प्रतिशत व्यवस्था सुनिश्चित की जाए
कोविड संक्रमण को देखते हुए उलार मेला स्थगित
जिलाधिकारी कुमार रवि ने श्रद्धा ,भक्ति एवं आस्था का महापर्व छठ व्रत के सफल एवं सुचारु आयोजन हेतु हिंदी भवन सभागार में प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में जिलाधिकारी ने कोविड संक्रमण एवं धार्मिक आस्था के बीच संतुलन स्थापित करने तथा कोविड के वर्तमान दौर में छठ व्रतियों से यथासंभव अपने अपने घरों में ही पूजा का आयोजन करने की अपील की है. ताकि कोरोना संक्रमण के आसन्न खतरा से बचा जा सके. संक्रमण की वर्तमान स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी ने आम नागरिकों से घाटों पर भीड़ भाड़ ना लगाने तथा लोगों को एहतियात के तौर पर सजग ,सतर्क एवं सावधान रहने की आवश्यकता पर बल दिया है. विदित हो कि 20 नवंबर को संध्या में अस्ताचलगामी सूर्य को तथा 21 नवंबर को सुबह में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिए जाएंगे. कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए दुल्हन बाजार अंतर्गत उलार मेला का आयोजन इस वर्ष नहीं किया जाएगा. अनुमंडल पदाधिकारी पालीगंज ने इस आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दुल्हिन बाजार के प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचलाधिकारी एवं थानाध्यक्ष को दिया है.
श्रद्धालुओं के बीच गंगाजल का होगा वितरण
जिलाधिकारी ने छठ व्रतियों एवं श्रद्धालु भक्तों की सुविधा का ध्यान रखते हुए उनके बीच टैंकर के माध्यम से गंगाजल का वितरण कराने का निर्देश पटना नगर निगम को दिया गया है. इसके लिए जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त को समुचित प्लान बनाने तथा वितरण की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है.
घाटों पर वाहनों की आवाजाही पर लगी रोक
घाटों पर भीड़-भाड़ को कम करने तथा संक्रमण के खतरा को दूर करने हेतु घाटों पर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाया गया है. इसके लिए घाट पर कोई पार्किंग की व्यवस्था नहीं की जाएगी. अशोक राजपथ एवं घाट के संपर्क पथों को बंद रखा जाएगा. पुलिस अधीक्षक यातायात को ट्रैफिक प्लान बनाने का निर्देश दिया गया है. जिलाधिकारी ने जिला परिवहन पदाधिकारी को विभिन्न संघों के साथ बैठक करने तथा घाटों पर वाहनों की आवाजाही पर रोक संबंधी जानकारी देने तथा सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है.
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति
गंगा नदी सहित अन्य नदियों एवं तालाबों में निजी नावों के परिचालन पर रोक लगाई गई है. ताकि किसी प्रकार की आकस्मिक दुर्घटना न हो. दूसरी ओर सुरक्षात्मक एहतियाती उपायों के तहत पर्याप्त संख्या में सरकारी नाव, प्रशिक्षित गोताखोर, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है.
घाटों पर सुरक्षा मानक को सुदृढ़ रखने का आदेश
जिलाधिकारी ने घाटों पर एहतियात के तौर पर आवश्यक सुरक्षात्मक उपायों की सुंदृढ़ व्यवस्था रखने का निर्देश दिया है. ताकि आवश्यकतानुसार उपयोग किया जा सके. इसके तहत बैरिकेडिंग की व्यवस्था, पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी की तैनाती, लाइट, शौचालय ,पेयजल आदि की भी व्यवस्था रखने का निर्देश दिया गया है.
स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी का पालन करने की अपील
कोविड संक्रमण के वर्तमान दौर में छठ पूजा के आयोजन हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यक परामर्श दिए गए हैं. जिसका पालन करने का जिलाधिकारी ने अपील की है.
सभी व्रती यथा संभव अपने घर पर ही छठ पूजा का आयोजन करें. छठ पर्व के दौरान बुखार से ग्रस्त व्यक्ति, 60 साल से ऊपर के व्यक्ति, 10 साल से कम उम्र के बच्चे एवं अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों को छठ घाटों पर नहीं जाने की सलाह स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई है. साथ ही छठ व्रत के दौरान प्रत्येक व्यक्ति को मास्क का प्रयोग करने तथा 2 गज की दूरी का अनिवार्य रूप से पालन करने की सलाह दी गई है. इसके अतिरिक्त तालाब में अर्घ देने के दौरान डुबकी नहीं लगाने की सलाह दी गई है.
पूजा समिति के सदस्यों के साथ बैठक
सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को पूजा समिति के सदस्यों के साथ बैठक कर उन्हें आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने तथा आम लोगों को भी मीडिया के माध्यम से अवगत कराने का निर्देश दिया गया.