कोच्ची/पटना: बिहार की बेटी सब लेफ्टिनेंट शिवांगी आज पहली नौसैनिक महिला पायलट बनी हैं. बेटी की इस कामयाबी से शिवांगी के माता-पिता खुश हैं और अपने आप को गौरवाशाली समझ रहे हैं. शिवांगी भारतीय नौसेना फिक्स्ड विंग डोर्नियर सर्विलांस के विमान उड़ाएंगी. ईटीवी भारत से शिवांगी के माता-पिता ने EXCLUSIVE बातचीत की.
शिवांगी की माता प्रियंका का कहना है कि मुझे बहुत खुशी है. मेरा आशीर्वाद उसके साथ रहे. उनका कहना है कि यहां के अफसरों को भी धन्यवाद कहना है. मेरी बेटी हर मंजिल को प्राप्त करे यही मेरा आशीर्वाद है. वहीं शिवांगी के पिता हरिभूषण सिंह इसको लेकर बहुत खुश हैं. वह कह रहे हैं कि बेटी ने गांव, राज्य और देश का नाम रौशन किया है. मैं अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं.
शिवांगी कैसे बनीं पायलट
बता दें कि शिवांगी कोच्चि नौसेना बेस में तैनात हुई हैं. वह भारतीय नौसेना के 'डोर्नियर सर्विलांस' विमान को उड़ाएंगी. नौसेना के मुताबिक, सब लेफ्टिनेंट शिवांगी ने एसएससी का 27वें एनओसी कोर्स में प्रवेश लिया था और पिछले साल जून में केरल के ऐझीमाला स्थित इंडियन नेवल अकादमी में अपनी कमीशनिंग पूरी कर ली थी. शिवांगी ने करीब डेढ़ साल तक पायलट की ट्रेनिंग ली. जिसके बाद दो दिसंबर को शिवांगी को नौसेना की पहली महिला पायलट बनने का गौरव हासिल हुआ.
चार दिसंबर को नौसेना मनाती है स्थापना दिवस
कोच्चि स्थित नौसेना की दक्षिणी कमान में सैन्य परंपरा के अनुरूप शिवांगी को पायलट के तौर पर शामिल किया गया है. बता दें कि हर साल चार दिसंबर को नौसेना अपना स्थापना दिवस मनाती है. ये स्थापना दिवस 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारतीय नौसेना की बड़ी और निर्णायक कार्रवाई में विजय के तौर पर मनाया जाता है. शिवांगी उस 'डोर्नियर सर्विलांस' विमान को उड़ाएंगी, जो समुद्र में देश की समुद्री सीमाओं की निगरानी करता है.
इस विमान में क्या है खास
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा स्वदेशी रूप से निर्मित डोर्नियर सर्विलांस विमानों का इस्तेमाल छोटी दूरी के समुद्री मिशन के लिए भेजा जाता है. यह विमान अत्याधुनिक सेंसर और उपकरणों से सुसज्जित होता है. इसमें एडवांस निगरानी रडार, इलेक्ट्रॉनिक सेंसर और नेटवर्किंग भी होता है. इन नए उपकरणों के दम पर ये विमान भारतीय समुद्र क्षेत्र पर निगरानी रखेगा.