पटना: विधानसभा में मानसून सत्र के छठा दिन भी काफी काफी हंगामेदार रहा. जल संसाधन विभाग के बजट पेश होने के दौरान राजद सदस्यों ने सदन से वाक आउट कर लिया. इसको लेकर विधान पार्षद सुबोध राय ने कहा कि यह सिर्फ खानापूर्ति के लिए बजट पेश किया जा रहा है. यह सब कागजी बजट है.
सुबोध राय ने जल संसाधन विभाग पर आरोप लगाया कि हर साल बांध टूट जाता है. सरकार जांच करने की बात कह कर पल्ला झाड़ लेती है. अभी ही मुजफ्फरपुर के पास औराई में बांध टूटा है. सरकार जब अच्छा काम कराती है तो आखिर बांध टूटता ही क्यों है? इस सरकार का अब 15 साल होने जा रहा है. सरकार गंगा नदी में गाद को लेकर कब तक रोना रोएगी.
'विभाग में भ्रष्टाचार व्याप्त है'
सदन में वाकआउट के सवाल पर सुबोध राय ने कहा कि जल संसाधन विभाग में लूट खसोट मचा हुआ है. गरीबों से पैसा लेकर कुछ काम नहीं किया जाता है. जदयू से अलग होने का यह भी एक वजह थी. जल संसाधन मंत्री ललन सिंह के कार्यकाल में तो उनके विभाग के सभी टेंडर को बढ़ा दिया जाता था. इस पूरे विभाग में भ्रष्टाचार व्याप्त है. इस सबको देख कर हम लोगों ने सदन का वॉकआउट किया है.