पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर कोविड पीड़ितों की मदद के लिए इजाजत मांगी है. तेजस्वी ने अपने लिखे पत्र में कहा है कि उन्होंने कई बार नेता प्रतिपक्ष के नाते आप को पत्र लिखा लेकिन आज तक आपने मेरे किसी भी पत्र का जवाब नहीं दिया है. जो लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए सही नहीं है.
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तेजस्वी यादव ने पत्र में इस बात का जिक्र किया है कि महामारी के वक्त स्वास्थ्य विभाग की अव्यवस्था, उदासीनता, भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी के कारण दबाव और ऑक्सीजन की कालाबाजारी चरम पर हो रही है. उन्होंने कहा कि महामारी शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी भयावह रूप ले रही है. मुख्यमंत्री को तेजस्वी यादव ने यह याद दिलाया है कि उन्होंने खुद सरकार को महामारी से निपटने के लिए 30 विभिन्न सलाह दी थी. जिस पर आज तक कोई अमल नहीं किया गया.
तेजस्वी का बीजेपी-जेडीयू पर तंज
मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने लिखा है कि किसी भी आपदा के समय लोग अपने मुख्यमंत्री को खोजते हैं. लेकिन आपके पार्टी के लोग मुसीबत के वक्त नेता प्रतिपक्ष को खोज रहे हैं. तेजस्वी यादव ने आगे लिखा है कि जिम्मेदार विपक्ष के नाते मुझे राज्य के लोगों की समस्या को जानने तथा उसके समाधान हेतु सरकार द्वारा ली जानेवाली कदमों को जानने तथा जनहित में इनकी कमियों को भी सरकार के सामने लाने का अधिकार है. लेकिन विगत वर्षों में देखा गया है कि अनेकों बार जब-जब जनहित के मुद्दों को लेकर मैं सड़क पर निकला हूं. तब-तब मुझ पर महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया जाता है. जो कि मेरे संवैधानिक कर्तव्यों का निर्वहन करने से रोकने का एक नाजीवादी विचार व प्रयास है. यह प्रजातंत्र का गला घोटने तथा आपके हिटलरशाही रवैये का परिचायक है.
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कोविड जैसी महामारी में स्वास्थ्य विभाग की लचर अव्यवस्था एवं असंवेदनशीलता से जूझती जनता के लिए हम एवं हमारे सभी विधायकगण अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों को आवश्यक जीवनरक्षक दवाएं, ऑक्सीजन सिलेन्डर, बेड इत्यादि मुहैया करवा रहे हैं. मैं इन सारे कार्यों का स्वयं पर्यवेक्षण करना चाहता हूं. साथ ही आपसे अपील है कि सरकार सुनिश्चित करे कि इससे रोगियों व उनके परिजनों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो. भीड़भाड़ ना लगे. अफरातफरी ना मचे. प्रशासन व डॉक्टर अपना काम रोककर पीड़ितों को असुविधा ना होने दें.
नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखा है कि वह राज्य के सभी विधायकों के साथ किसी भी अस्पताल पीएचसी और कोविड-19 सेंटर के अंदर जाकर मरीज और उनके परिजनों से मिलने और उन्हें राहत पहुंचाने के साथ सामुदायिक किचन चलाना चाहते हैं. इसके लिए अनुमति प्रदान करिए.