पटना: एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं. वहीं, दूसरी तरफ उसी महिला को पुलिस की लाठी खिलवाते हैं, यह कहना था उन टीईटी-सीटीईटी महिला अभ्यर्थियों का, जो नियोजन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे.
इस दौरान अभ्यर्थियों और पुलिस के बीच सोमवार को तीखी झड़प हुई. विधानसभा का घेराव करने जा रहे अभ्यर्थी गर्दनीबाग पुल की ओर बढ़े थे, लेकिन उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. कुछ अभ्यर्थी पुल पर चढ़ कर प्रदर्शन करने लगे. इसके बाद गर्दनीबाग पुलिस ने अभ्यर्थियों के ऊपर लाठीचार्ज किया. इस दौरान एक दर्जन से अधिक अभ्यर्थी घायल हो गये. कई अभ्यर्थियों के हाथ टूट गए. जिसके बाद घायलों को पटना के पीएमसीएच में भर्ती किया गया है.
सरकार जल्द बहाली निकाले
महिला अभ्यर्थियों ने कहा कि, 'हम लोग एमए, बीएड, टीईटी, सीटीईटी पास होकर भी सड़क पर दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं और सरकार कान में तेल डाल कर सोई हुई है. सीएम से हमारी मांग है कि वे जल्द से जल्द शिक्षकों की बहाली निकाले. अगर सरकार बहाली नहीं निकालेगी तो हम जेल भरो आंदोलन शुरू करेंगे.'
कई हुए घायल
दरअसल, बिहार में प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में लगभग 2 लाख से ज्यादा शिक्षकों की सीटें खाली है. इसी को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी धरना देने जा रहे थे. लेकिन, पुलिस ने पुरूष अभ्यर्थियों के साथ-साथ महिला अभ्यर्थियों को भी बेरहमी से पीटा.