पटना: मुस्लिम समुदाय में मोहर्रम के महीने का खासा महत्व होता है. दुनिया भर में शनिवार को मोहर्रम मनाया गया. शिया समुदाय के लोग पूरे महीने पैगंबर हजरत मोहम्मद के नवासे की शहादत को याद करते हुए मातम मनाते हैं. मोहर्रम के मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास 10 सर्कुलर रोड पर नया रंग देखने को मिला. आवास पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने ताजिए का जुलूस देखा.
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राबड़ी आवास में ताजिया जुलूस: दरअसल लालू यादव के बुलावे पर हाथ में तलवार और लाठी लेकर बड़ी संख्या में लोग पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे थे. इस दौरान लालू ने ताजिया में शामिल लोगों का स्वागत किया. इमाम हुसैन की शहादत में ताजिया जुलूस लेकर शोक जताने लोग राबड़ी आवास पहुंचे थे. इस दौरान लालू यादव ने काले रंग की टीशर्ट और हाफ पैंट पहन रखी थी. लालू प्रसाद यादव कुर्सी पर बैठे हुए थे और ताजिया जुलूस देखा. साथ ही साथ करतब दिखा रहे ताजियेदारों की सराहना भी की.
लालू ने देखा जुलुस..तेज प्रताप ने भांजी लाठी: सूत्रों के अनुसार शेखपुर से ताजिया राबड़ी आवास पहुंचा था. लालू यादव ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से मुलाकात की और मोहर्रम में इमाम हुसैन की शहादत को याद किया. इस दौरान राबड़ी देवी भी मौजूद थीं. ताजिया जुलूस में खुद मंत्री तेज प्रताप यादव शामिल हुए और हाथों में लाठी थामें दिखे. तेज प्रताप यादव ने शहादत के इस पर्व में जमकर लाठियां भांजी.
प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने को लेकर सवाल: लालू ने राबड़ी आवास में ताजिया जुलूस को आमंत्रित तो किया था लेकिन इसको लेकर अब कई सवाल खड़े हो रहे हैं. वीवीआईपी और प्रतिबंधित क्षेत्र में तलवार और लाठी लेकर बड़ी संख्या में लोग कैसे घुसे, इसको लेकर सवाल उठ रहे हैं. बता दें कि प्रतिबंधित क्षेत्र में किसी भी तरह का जुलूस निकालने की मनाही होती है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि जहां मुख्यमंत्री और गवर्नर सहित कई वीवीआईपी के आवास हैं, आखिर वहां कैसे ताजिया जुलूस निकालने की परमिशन मिली.