पटनाः राज्यसभा सांसद मनोज झा की 'ठाकुर का कुआं' वाली कविता पर सिसासी बयानबाजी जारी है. गुरुवार को लालू यादव ने मनोझ झा के बयान को सही बताया था. इसपर गिरिराज सिंह ने लालू यादव को मांफी मांगने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी में किस तरह की असमानता है, यह झलक रही है, लेकिन लालू यादव की जुबान बंद है.
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'लालू यादव ने समाज को बांटा': गिरिराज सिंह ने कहा कि अगर मनोज झा कुछ बोलते हैं तो मतलब साफ है कि वह बयान लालू यादव का है. मेरा मानन है कि जब मनोज झा बोलते हैं तो लालू जी की आकृति उनके सामने होती है. लालू यादव पर हमेशा से समाज को विभाजित करने का काम किया है.
"इस काम को कोई समाज स्वीकार नहीं करेगा. ठाकुर समाज को आपत्ति होना स्वाभिक है, लेकिन लालू जी को अभी तक माफी मांग लेनी चाहिए. लालू जी की जुबान बंद है." -गिगिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री
क्या है मामलाः महिला आरक्षण बिल पेश होने के दौरान राज्यसभा में सांसद मनोज झा ने 'ठाकुर का कुआं' वाली कविता पढ़ी थी. उन्होंने कहा था कि ठाकुर कोई जाति विशेष नहीं बल्कि सामंती व्यवस्था का प्रतीक है. उन्होंने ऐसी व्यवस्था को मारने की बात कही थी. मनोझ झा के बयान पर एक ओर लालू यादव ने बचाव किया, वहीं राजद विधायक चेतन आनंद ने मनोझ झा पर सियासी हमला किया था. इसी को लेकर गिरिराज सिंह ने लालू यादव को मनोज झा से मांफी मांगने की नसीहत दी. कहा कि पार्टी में असमानता झलक रही है.
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