पटना: सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट कराने के बाद भारत लौटे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की राजनीति में फिर से सक्रियता बढ़ने लगी है. एक तरफ दिल्ली में उनसे मिलने के लिए अलग-अलग सियासी दलों के नेताओं का सिलसिला जारी है, तो वहीं बिहार की राजनीति में भी उनकी धमक फिर से दिखने लगी है. शनिवार को पूर्णिया में महागठबंधन की रैली में लालू वर्चुअली जुड़े. अपने दमदार भाषण से नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ आम-अवाम को ये एहसास दिलाने की भरसक कोशिश की कि लालू के तेवर अभी भी वैसे ही हैं, जिसके लिए वह जाने जाते रहे हैं और जिस वजह से वह सूबे की सियासत में करीब 4 दशक से प्रासांगिक बने हुए हैं.
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ट्विटर पर ट्रेंडिंग में लालू प्रसाद यादव: पिछले दो-तीन दिलों से सोशल मीडिया पर भी लालू लगातार छाए हुए हैं. #LaluPrasadYadav से वह ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं. उनके समर्थक और उन्हें चाहने वाले लालू की जमकर तारीफ कर रहे हैं. कोई उनकी तबीयत की चिंता कर रहे हैं तो कोई उनके फिर से सियासत में एक्टिव होने की उम्मीद जता रहे हैं. अलग-अलग यूजर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
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ये मुस्कान देख कर ही विरोधियों की हवा टाइट हो गई होगी।#LaluPrasadYadav pic.twitter.com/FoqVA8Vd34
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लालू पर यूजर्स की मजेदार प्रतिक्रिया: ट्विटर हैंडल पर यूजर लालू के भाषणों का भी जिक्र कर रहे हैं. लालू के देसी अंदाज, ठेठ भाषण और गंवई वेश-भूषा को मिस कर रहे हैं. वहीं कई ऐसे भी यूजर हैं, जिनको लगता है कि लालू अगर स्वस्थ और सक्रिय होते तो देश और प्रदेश की राजनीति की तस्वीर कुछ अलग होती.
रैली में लालू ने क्या कहा?: रैली को वर्चुअली संबोधित करते हुए लालू ने बीजेपी पर जोरदार हमला और सभी विपक्षी दलों से एकजुट होने की अपील की. आरजेडी चीफ ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के रथ को उन्होंने ही बिहार में रोका था. जब भी बिहार करवट बदलता है तो उसका असर देश पर होता है. अब चूकि वह और नीतीश कुमार साथ आ गए हैं, लिहाजा किसी को कोई कन्फ्यूजन नहीं रखना चाहिए. 2024 में बीजेपी को देश की सत्ता से उखाड़ फेंकना है. लोकतंत्र को बचाने के लिए नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनने से रोकना होगा.