पटना: संसद के नए भवन का उद्घाटन समारोह 28 मई को है, लेकिन विपक्ष लगातार इसको लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर है. राष्ट्रपति के हाथों समारोह का उद्घाटन नहीं कराने पर विपक्ष ने नाराजगी जाहिर की है. कांग्रेस समेत 19 दलों ने उद्घाटन कार्यक्रम के बहिष्कार का ऐलान किया है. वहीं जेडीयू के वरिष्ठ नेता व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी इस मुद्दे पर एक बार फिर से मोदी सरकार पर निशाना साधा है. वहीं विपक्षी एकजुटता को लेकर होने वाली बैठक पर ललन सिंह ने कहा जब बैठक तय हो जाएगी तो आप लोगों को सूचना दे दी जाएगी.
'सरकार बदली तो नए संसद भवन में हम दूसरा काम करेंगे': ललन सिंह ने कहा कि 2024 में देश भाजपा मुक्त होगा और जब भाजपा मुक्त होगा तो नए संसद भवन में कुछ दूसरा काम किया जाएगा. ललन सिंह ने कहा कि नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का अधिकांश विपक्षी दलों ने विरोध किया है. नॉर्थ ईस्ट के ही कुछ राज्य उसमें शामिल होंगे. जब सरकार बदल जाएगी तो वे लोग भी इधर ही आ जाएंगे. नवीन पटनायक के शामिल होने पर कहा कि यह तो वही बताएंगे. आज देश प्रेम मतलब मोदी, लोकतंत्र मतलब मोदी कहना चाहते हैं लेकिन आजादी में इन का कोई योगदान था क्या?
"सुशील मोदी छपास रोग से ग्रसित हैं. कुछ भी बोलते रहते हैं. इतना ही ज्ञानी हैं तो उनको पता होना चाहिए कि विस्तारित भवन और नए संसद भवन विधानसभा भवन में अंतर होता है. विस्तारित भवन दिल्ली में भी पार्लियामेंट का बना है. उसका कौन उद्घाटन किया कोई खोज खबर लेता है क्या? जहां नया संसद भवन बना है, प्रधानमंत्री वहां प्रधानमंत्री कार्यालय बना लेते. लेकिन मुख्य संसद भवन का उद्घाटन हो रहा है."- ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेडीयू
'राष्ट्रपति को क्यों नहीं बुलाया गया?': ललन सिंह ने आगे कहा कि लोकसभा और राज्यसभा का कस्टोडियन कौन होता है, संविधान के मुताबिक राष्ट्रपति प्रतिवर्ष दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित करते हैं, प्रधानमंत्री क्यों नहीं कर लेते हैं. आदिवासी महिला को आपने राष्ट्रपति बनाया और पूरे देश दुनिया में अपना पीठ थपथपाया और जब नए संसद भवन का उद्घाटन हो रहा है तो उसमें उनको नहीं बुलाया. ललन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री कुछ भी उद्घाटन कर सकते हैं.
"बनारस का नाला का भी उद्घाटन पीएम करते हैं. ट्रेन का भी उद्घाटन कर रहे हैं. किसी और को उद्घाटन करने नहीं दे रहे हैं. संसद भवन का गौरवशाली इतिहास है. संविधान सभा की वहीं बैठक हुई तो देश का संसद भवन तो वहीं होगा. अब देश का इतिहास बदल रहे हैं. गौरवशाली इतिहास से हटकर 'मोदी इतिहास' पर चले आए हैं."-ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेडीयू
सियासत जारी: वहीं विपक्षी एकजुटता की बैठक को लेकर ललन सिंह ने कहा कि जब तिथि तय हो जाएगी तो आप लोगों को जानकारी दे दी जाएगी. ललन सिंह के बयान से साफ लग रहा है कि विपक्षी एकजुटता की बैठक को लेकर सस्पेंस बना हुआ है. कुल मिलाकर नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम पर सियासत जारी है. जदयू ने भी बहिष्कार किया है और जदयू के नेता बीजेपी पर लगातार निशाना साध रहे हैं.