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केरल से चलकर दानापुर पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन, तमाम आला अधिकारी मौजूद

केरल से दोनों ट्रेनों से लगभग 2310 यात्री दानापुर पहुंच रहे हैं, ऐसे में दानापुर रेलवे स्टेशन से यात्रियों के लिए 100 बसों की व्यवस्था की गई है.

दानापुर
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Published : May 4, 2020, 6:46 PM IST

पटना : केरल के एर्नाकुलम और तिरूर से बिहार के मजदूरों को लेकर दो श्रमिक स्पेशल ट्रेन दानापुर पहुंच रही है. जिसमें से एक ट्रेन पहुंच चुकी है और एक ट्रेन कुछ ही देर में दानापुर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को लेकर पहुंचेगी. लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे स्टूडेंट्स, श्रमिकों और टूरिस्टों को विशेष ट्रेन से बिहार के विभिन्न स्टेशनों पर पहुंचने के बाद रेलवे स्टेशन से उनके गंतव्य तक छोड़ने के लिए परिवहन विभाग की ओर से पर्याप्त बसों की व्यवस्था की गई है.

दोनों ट्रेनों से लगभग 2310 यात्री दानापुर पहुंच रहे हैं, ऐसे में दानापुर रेलवे स्टेशन से यात्रियों के लिए 100 बसों की व्यवस्था की गई है. जिसमें अटरिया के लिए 19, नवादा के लिए 10, कटिहार के लिए 8, मुजफ्फरपुर और पूर्णिया के लिए 5-5, मधुबनी और सारण के लिए 6-6, वैशाली, पश्चिमी चंपारण, बेगूसराय और जमुई के लिए 4-4 बस, और यात्रियों की संख्या को देखते हुए अन्य जिलों के लिए अतिरिक्त बसों की भी व्यवस्था की गई है.

यात्रियों के आगमन को लेकर तैयारियों का जायजा लेने के लिए पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि, कमिश्नर संजय जयसवाल और एसएसपी उपेंद्र शर्मा ट्रेन के पहुंचने के पूर्व ही दानापुर स्टेशन पहुंच गए और उन्होंने तमाम इंतजामों का जायजा लिया. इस मौके पर जिला प्रशासन के अधिकारियों समेत स्वास्थ्य विभाग की ओर से सिविल सर्जन समेत तमाम आला अधिकारी भी मौजूद रहे.

देखें पूरी रिपोर्ट

एक कोच में बैठे है 50 यात्री
एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि सभी कोच में 50 यात्री लगभग बैठे हुए हैं और ट्रेन लगते ही प्लेटफार्म पर सभी बोगियों के लोगों की स्क्रीनिंग होगी. उन्होंने बताया कि एक बोगी की स्क्रीनिंग करने में 50 मिनट का समय लगेगा और इसको देखते हुए यात्रियों को किसी प्रकार की तकलीफ ना हो स्टेशन के बाहरी परिसर में 200 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था की गई है.

बसों में की गई है यात्रियों की अल्पाहार की व्यवस्था
डीएम कुमार रवि ने बताया कि आज से यह नई व्यवस्था लागू की गई है और सभी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के लिए यह व्यवस्था लागू रहेगी. उन्होंने बताया कि प्लेटफार्म नंबर एक पर डॉक्टरों की टीम मौजूद है, जो यात्रियों की स्क्रीनिंग करेगी और उसके बाद उनके गृह जिले में जाने वाली बसों में बैठा कर उन्हें उनके गृह जिले के लिए रवाना किया जाएगा. उन्होंने बताया कि यात्रियों की अल्पाहार की व्यवस्था बस में ही की गई है, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग अच्छे से फॉलो हो सके.

वाहनों से पहुंचाया क्वॉरेंटाइन सेंटर
बता दें कि गृह जिला में लोगों को उतारने के बाद खाली बस वाहन कोषांग में रहेगी. गृह है जिला द्वारा लोगों को संबंधित प्रखंड के क्वॉरेंटाइन सेंटर पर वाहनों से पहुंचाया जाएगा. सभी जिलों के वाहन कोषांग प्रभारी अपने जिले से चलने वाली बसों को सैनिटाइज करते हुए स्कॉट की सहायता से रेलवे स्टेशन वाले जिले के वाहन कोषांग प्रभारी को रिपोर्ट करेंगे और अपने जिले के प्रवासी मजदूरों एवं अन्य लोगों को गृह जिले तक लाए जाने की प्रक्रिया का अनुसरण करेंगे.

पटना : केरल के एर्नाकुलम और तिरूर से बिहार के मजदूरों को लेकर दो श्रमिक स्पेशल ट्रेन दानापुर पहुंच रही है. जिसमें से एक ट्रेन पहुंच चुकी है और एक ट्रेन कुछ ही देर में दानापुर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को लेकर पहुंचेगी. लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे स्टूडेंट्स, श्रमिकों और टूरिस्टों को विशेष ट्रेन से बिहार के विभिन्न स्टेशनों पर पहुंचने के बाद रेलवे स्टेशन से उनके गंतव्य तक छोड़ने के लिए परिवहन विभाग की ओर से पर्याप्त बसों की व्यवस्था की गई है.

दोनों ट्रेनों से लगभग 2310 यात्री दानापुर पहुंच रहे हैं, ऐसे में दानापुर रेलवे स्टेशन से यात्रियों के लिए 100 बसों की व्यवस्था की गई है. जिसमें अटरिया के लिए 19, नवादा के लिए 10, कटिहार के लिए 8, मुजफ्फरपुर और पूर्णिया के लिए 5-5, मधुबनी और सारण के लिए 6-6, वैशाली, पश्चिमी चंपारण, बेगूसराय और जमुई के लिए 4-4 बस, और यात्रियों की संख्या को देखते हुए अन्य जिलों के लिए अतिरिक्त बसों की भी व्यवस्था की गई है.

यात्रियों के आगमन को लेकर तैयारियों का जायजा लेने के लिए पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि, कमिश्नर संजय जयसवाल और एसएसपी उपेंद्र शर्मा ट्रेन के पहुंचने के पूर्व ही दानापुर स्टेशन पहुंच गए और उन्होंने तमाम इंतजामों का जायजा लिया. इस मौके पर जिला प्रशासन के अधिकारियों समेत स्वास्थ्य विभाग की ओर से सिविल सर्जन समेत तमाम आला अधिकारी भी मौजूद रहे.

देखें पूरी रिपोर्ट

एक कोच में बैठे है 50 यात्री
एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि सभी कोच में 50 यात्री लगभग बैठे हुए हैं और ट्रेन लगते ही प्लेटफार्म पर सभी बोगियों के लोगों की स्क्रीनिंग होगी. उन्होंने बताया कि एक बोगी की स्क्रीनिंग करने में 50 मिनट का समय लगेगा और इसको देखते हुए यात्रियों को किसी प्रकार की तकलीफ ना हो स्टेशन के बाहरी परिसर में 200 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था की गई है.

बसों में की गई है यात्रियों की अल्पाहार की व्यवस्था
डीएम कुमार रवि ने बताया कि आज से यह नई व्यवस्था लागू की गई है और सभी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के लिए यह व्यवस्था लागू रहेगी. उन्होंने बताया कि प्लेटफार्म नंबर एक पर डॉक्टरों की टीम मौजूद है, जो यात्रियों की स्क्रीनिंग करेगी और उसके बाद उनके गृह जिले में जाने वाली बसों में बैठा कर उन्हें उनके गृह जिले के लिए रवाना किया जाएगा. उन्होंने बताया कि यात्रियों की अल्पाहार की व्यवस्था बस में ही की गई है, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग अच्छे से फॉलो हो सके.

वाहनों से पहुंचाया क्वॉरेंटाइन सेंटर
बता दें कि गृह जिला में लोगों को उतारने के बाद खाली बस वाहन कोषांग में रहेगी. गृह है जिला द्वारा लोगों को संबंधित प्रखंड के क्वॉरेंटाइन सेंटर पर वाहनों से पहुंचाया जाएगा. सभी जिलों के वाहन कोषांग प्रभारी अपने जिले से चलने वाली बसों को सैनिटाइज करते हुए स्कॉट की सहायता से रेलवे स्टेशन वाले जिले के वाहन कोषांग प्रभारी को रिपोर्ट करेंगे और अपने जिले के प्रवासी मजदूरों एवं अन्य लोगों को गृह जिले तक लाए जाने की प्रक्रिया का अनुसरण करेंगे.

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