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बतौर IAS अधिकारी नीतीश का दिल पहले ही जीत चुके थे आरसीपी, बन गए जेडीयू के 'कमांडर'

नीतीश कुमार हमेशा से चौंकाने वाले फैसले लेते रहे हैं. रविवार को भी उन्होंने एक ऐसा ही फैसला लिया, जब आरसीपी सिंह को जेडीयू का कमांडर यानी राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया. इसके पीछे की रणनीति जो कुछ भी हो, लेकिन आरसीपी सिंह के बारे में जानना बेहद जरूरी है क्योंकि....

बिहार की राजनीति
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Published : Dec 27, 2020, 9:37 PM IST

Updated : Dec 27, 2020, 11:07 PM IST

पटना : जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला लेते हुए राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया. इससे पहले नीतीश कुमार 2016 से अब तक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे. शरद यादव के जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद हटने के बाद नीतीश कुमार ने ये जिम्मेदारी सौंपी.

रविवार को जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक की अध्यक्षता कर रहे नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा. उनके इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया. कौन हैं आरसीपी सिंह, उन्हें नीतीश कुमार ने इतनी बड़ी जिम्मेदारी क्यों सौंपी, चलिए जानते हैं.

देखें ये रिपोर्ट

आरसीपी सिंह के बारे में

  • आरसीपी सिंह का पूरा नाम रामचंद्र प्रसाद सिंह है.
  • आरसीपी सिंह का जन्म बिहार के नालंदा जिले के मुस्‍तफापुर में 6 जुलाई 1958 में हुआ है.
  • हाईस्‍कूल की पढ़ाई नालंदा जिले के हुसैनपुर से की है.
  • उन्‍होंने पटना साइंस कॉलेज से बीए, इतिहास (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्‍त की.
  • उन्‍होंने उच्‍च शिक्षा जेएनयू से ग्रहण की है
  • उनकी शादी गिरिजा देवी से हुई है.
  • उनकी दो बेटियां हैं. एक बेटी लिपि सिंह 2016 बैच की आइपीएस हैं.
  • वर्तमान में जदयू से राज्‍य सभा सदस्‍य हैं.
  • राजनीति में आने से पहले वे यूपी कैडर के आईएएस रह चुके हैं.

यह भी पढ़ें : लव-कुश समीकरण ने बना दिया RCP को राष्ट्रीय अध्यक्ष, एक्टिव पॉलिटिक्स से नीतीश हो रहे दूर?

नीतीश और आरसीपी सिंह की दोस्ती

  • वर्ष 1998 से वे नीतीश कुमार के साथ हैं.
  • भारतीय प्रशासनिक सेवा के यूपी कैडर के अधिकारी रहे आरसीपी सिंह वर्ष 1996 में केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के निजी सचिव थे.
  • उसी वक्त नीतीश कुमार अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री बने.
    राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष एक फ्रेम में
    राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष एक फ्रेम में
  • वर्ष 1998 में जब नीतीश कुमार केंद्र में रेल मंत्री बने तब उन्होंने आरसीपी सिंह को अपना विशेष सचिव बनाया.
  • उसके बाद लगातार वह नीतीश कुमार के साथ रहे.
  • लंबी अवधि तक वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव के रूप में भी काम करते रहे.

यह भी पढ़ें : BPSC का पर्चा लीक, आधे घंटे देरी से बंटा सील टूटा हुआ पेपर

बिहार की राजनीति में एंट्री

  • नवंबर 2005 में नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने तो आरसीपी सिंह को साथ लेकर बिहार भी आए.
  • इसके बाद आरसीपी की जेडीयू में पकड़ मजबूत होने लगी.
  • 2010 में आरसीपी सिंह ने वीआरएस लिया, फिर जेडीयू ने उन्हें राज्यसभा के नामित किया.
  • 2016 में पार्टी ने उन्हें फिर से राज्यसभा भेजा.
  • नीतीश कुमार के बाद जेडीयू में आरसीपी सिंह का नाम आता है.

पटना : जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला लेते हुए राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया. इससे पहले नीतीश कुमार 2016 से अब तक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे. शरद यादव के जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद हटने के बाद नीतीश कुमार ने ये जिम्मेदारी सौंपी.

रविवार को जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक की अध्यक्षता कर रहे नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा. उनके इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया. कौन हैं आरसीपी सिंह, उन्हें नीतीश कुमार ने इतनी बड़ी जिम्मेदारी क्यों सौंपी, चलिए जानते हैं.

देखें ये रिपोर्ट

आरसीपी सिंह के बारे में

  • आरसीपी सिंह का पूरा नाम रामचंद्र प्रसाद सिंह है.
  • आरसीपी सिंह का जन्म बिहार के नालंदा जिले के मुस्‍तफापुर में 6 जुलाई 1958 में हुआ है.
  • हाईस्‍कूल की पढ़ाई नालंदा जिले के हुसैनपुर से की है.
  • उन्‍होंने पटना साइंस कॉलेज से बीए, इतिहास (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्‍त की.
  • उन्‍होंने उच्‍च शिक्षा जेएनयू से ग्रहण की है
  • उनकी शादी गिरिजा देवी से हुई है.
  • उनकी दो बेटियां हैं. एक बेटी लिपि सिंह 2016 बैच की आइपीएस हैं.
  • वर्तमान में जदयू से राज्‍य सभा सदस्‍य हैं.
  • राजनीति में आने से पहले वे यूपी कैडर के आईएएस रह चुके हैं.

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नीतीश और आरसीपी सिंह की दोस्ती

  • वर्ष 1998 से वे नीतीश कुमार के साथ हैं.
  • भारतीय प्रशासनिक सेवा के यूपी कैडर के अधिकारी रहे आरसीपी सिंह वर्ष 1996 में केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के निजी सचिव थे.
  • उसी वक्त नीतीश कुमार अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री बने.
    राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष एक फ्रेम में
    राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष एक फ्रेम में
  • वर्ष 1998 में जब नीतीश कुमार केंद्र में रेल मंत्री बने तब उन्होंने आरसीपी सिंह को अपना विशेष सचिव बनाया.
  • उसके बाद लगातार वह नीतीश कुमार के साथ रहे.
  • लंबी अवधि तक वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव के रूप में भी काम करते रहे.

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बिहार की राजनीति में एंट्री

  • नवंबर 2005 में नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने तो आरसीपी सिंह को साथ लेकर बिहार भी आए.
  • इसके बाद आरसीपी की जेडीयू में पकड़ मजबूत होने लगी.
  • 2010 में आरसीपी सिंह ने वीआरएस लिया, फिर जेडीयू ने उन्हें राज्यसभा के नामित किया.
  • 2016 में पार्टी ने उन्हें फिर से राज्यसभा भेजा.
  • नीतीश कुमार के बाद जेडीयू में आरसीपी सिंह का नाम आता है.
Last Updated : Dec 27, 2020, 11:07 PM IST
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