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Kharmas 2021: आज से खरमास शुरू, इस दौरान ना करें कोई शुभ काम

खरमास का हिंदू धर्म और पंचांग में विशेष महत्व है. खरमास के दौरान कोई भी शुभ कार्य करने की मनाही होती है. जानें आखिर खरमास के दौरान क्यों नहीं करना चाहिए शुभ कार्य... पढ़ें पूरी खबर...

खरमास 2021
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Published : Dec 14, 2021, 7:57 AM IST

पटना: कुछ दिनों के लिए अब शुभ कार्य रुक गए हैं. शहर के ज्योतिषाचार्य दैवज्ञ श्रीपति त्रिपाठी बताते हैं कि 14 दिसंबर को सूर्य धनु राशि में प्रवेश कर रहा है. सूर्य के इस राशि में प्रवेश के साथ शुभ कार्य बंद हो जाते हैं. ये स्थिति लगभग एक माह तक बनी रहती है और सूर्य के पुनः मकर राशि में जाने के बाद ही शुभ कार्य शुरू हो पाते हैं. 14 दिसंबर से एक माह तक खरमास (Kharmas Start From Today) रहेगा. यह खरमास 14 जनवरी 2022 को सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ ही समाप्त (Kharmas Ends In January 2022) हो जाएगा.

इसे भी पढ़ें: पटनाः खरमास खत्म होते ही BJP ने RJD को दिया झटका, दो दर्जन नेता पार्टी में हुए शामिल

खरमास के दौरान मांगलिक कार्य या विवाह करने पर पर पूर्णता मना ही होती है. खरमास के दिनों में कोई भी मांगलिक कार्य या शादी विवाह नहीं होता है. ज्योतिषाचार्य दैवज्ञ श्रीपति त्रिपाठी बताते हैं कि सूर्य देव प्रत्येक माह एक राशि में रहने के बाद उस राशि को बदल देते हैं. सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने के बाद खरमास की शुरुआत हो जाती है. ऐसी मान्यता है कि जब सूर्य देव धनु जो गुरु वृहस्पति की राशि है. मान्यता है कि जब सूर्य देव धनु गुरु की राशि पर भ्रमण करते हैं, वह आम जनजीवन के लिए कुप्रभाव वाला होता है. खरमास के दौरान सूर्य का प्रभाव कम हो जाता है और ऐसे में सूर्य को मलिन हो जाते हैं और इसलिए इसे मलमास भी कहा जाता है.

देखें रिपोर्ट.

ये भी पढ़ें: खरमास खत्म लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर संशय जारी, BJP बोली- कोई जल्दबाजी नहीं है

'ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मार्गशीष और पौष के बीच खरमास पड़ता है. इस दौरान सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करते हैं, तो खरमास शुरू होता है और ठीक इसके 1 महीने के बाद जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तो खरमास की समाप्ति हो जाती है. इस खरमास मास में शादी-ब्याह और किसी प्रकार के मांगलिक कार्य को करना अशुभ माना जाता है. खरमास के माह में नया घर बनाना या फिर बदलना या फिर नई गाड़ियों की खरीद पर भी रोक लग जाती है.' -दैवज्ञ श्रीपति त्रिपाठी, ज्योतिषाचार्य

कभी न करें ये काम

  • खरमास के महीने में कभी भी मुंडन संस्कार नहीं कराना चाहिए.
  • खरमास के महीने में विवाह या कोई भी मांगलिक कार्य नहीं होता है.
  • इस महीने में बेटी या बहू की विदाई नहीं होती है.
  • कभी भी खरमास में गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए.
  • किसी व्यावसायिक प्रतिष्ठान का शुभारंभ नहीं होगा.
  • इस महीने गेहूं, चावल, सफेद धान, मूंग, जो, तिल, कटहल, आम, सौंठ, जीरा, आंवला, सुपारी सेंधा नमक नहीं खाना चाहिए.
  • इस समय किसी से विवाद नहीं करना चाहिए. किसी देवता, गुरु, गाय, स्त्री की निंदा नहीं करनी चाहिए


वहीं, दूसरी ओर पटना के करबिगहिया इलाके में बसे दर्जनों बैंड बाजे वाले खरमास के आखरी दिन हो रही शादियों में बड़े व्यस्त नजर आए. मूसा बैंड के संचालक राज कहते हैं कि इस लग्न में उनकी थोड़ी बहुत कमाई तो जरूर हुई है लेकिन 14 दिसंबर से लगने वाले खरमास के दौरान उनका उद्योग पूरी तरह से बंद पड़ जाता है. एक बार फिर से अब यह डर सताने लगा है कि आने वाले संक्रमण को लेकर एक बार फिर से लॉकडाउन न लग जाए.

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पटना: कुछ दिनों के लिए अब शुभ कार्य रुक गए हैं. शहर के ज्योतिषाचार्य दैवज्ञ श्रीपति त्रिपाठी बताते हैं कि 14 दिसंबर को सूर्य धनु राशि में प्रवेश कर रहा है. सूर्य के इस राशि में प्रवेश के साथ शुभ कार्य बंद हो जाते हैं. ये स्थिति लगभग एक माह तक बनी रहती है और सूर्य के पुनः मकर राशि में जाने के बाद ही शुभ कार्य शुरू हो पाते हैं. 14 दिसंबर से एक माह तक खरमास (Kharmas Start From Today) रहेगा. यह खरमास 14 जनवरी 2022 को सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ ही समाप्त (Kharmas Ends In January 2022) हो जाएगा.

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खरमास के दौरान मांगलिक कार्य या विवाह करने पर पर पूर्णता मना ही होती है. खरमास के दिनों में कोई भी मांगलिक कार्य या शादी विवाह नहीं होता है. ज्योतिषाचार्य दैवज्ञ श्रीपति त्रिपाठी बताते हैं कि सूर्य देव प्रत्येक माह एक राशि में रहने के बाद उस राशि को बदल देते हैं. सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने के बाद खरमास की शुरुआत हो जाती है. ऐसी मान्यता है कि जब सूर्य देव धनु जो गुरु वृहस्पति की राशि है. मान्यता है कि जब सूर्य देव धनु गुरु की राशि पर भ्रमण करते हैं, वह आम जनजीवन के लिए कुप्रभाव वाला होता है. खरमास के दौरान सूर्य का प्रभाव कम हो जाता है और ऐसे में सूर्य को मलिन हो जाते हैं और इसलिए इसे मलमास भी कहा जाता है.

देखें रिपोर्ट.

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'ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मार्गशीष और पौष के बीच खरमास पड़ता है. इस दौरान सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करते हैं, तो खरमास शुरू होता है और ठीक इसके 1 महीने के बाद जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तो खरमास की समाप्ति हो जाती है. इस खरमास मास में शादी-ब्याह और किसी प्रकार के मांगलिक कार्य को करना अशुभ माना जाता है. खरमास के माह में नया घर बनाना या फिर बदलना या फिर नई गाड़ियों की खरीद पर भी रोक लग जाती है.' -दैवज्ञ श्रीपति त्रिपाठी, ज्योतिषाचार्य

कभी न करें ये काम

  • खरमास के महीने में कभी भी मुंडन संस्कार नहीं कराना चाहिए.
  • खरमास के महीने में विवाह या कोई भी मांगलिक कार्य नहीं होता है.
  • इस महीने में बेटी या बहू की विदाई नहीं होती है.
  • कभी भी खरमास में गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए.
  • किसी व्यावसायिक प्रतिष्ठान का शुभारंभ नहीं होगा.
  • इस महीने गेहूं, चावल, सफेद धान, मूंग, जो, तिल, कटहल, आम, सौंठ, जीरा, आंवला, सुपारी सेंधा नमक नहीं खाना चाहिए.
  • इस समय किसी से विवाद नहीं करना चाहिए. किसी देवता, गुरु, गाय, स्त्री की निंदा नहीं करनी चाहिए


वहीं, दूसरी ओर पटना के करबिगहिया इलाके में बसे दर्जनों बैंड बाजे वाले खरमास के आखरी दिन हो रही शादियों में बड़े व्यस्त नजर आए. मूसा बैंड के संचालक राज कहते हैं कि इस लग्न में उनकी थोड़ी बहुत कमाई तो जरूर हुई है लेकिन 14 दिसंबर से लगने वाले खरमास के दौरान उनका उद्योग पूरी तरह से बंद पड़ जाता है. एक बार फिर से अब यह डर सताने लगा है कि आने वाले संक्रमण को लेकर एक बार फिर से लॉकडाउन न लग जाए.

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