पटना: बिहार लोक सेवा आयोग ने शिक्षक बहाली परीक्षा 2023 के उच्च माध्यमिक का परिणाम जारी कर दिया है. सभी 30 विषयों के रिजल्ट जारी किए गए हैं. इसमें अंग्रेजी विषय के 3535 वैकेंसी में 2323 रिजल्ट जारी हुए हैं. इन 2323 सफल अभ्यर्थियों में बेगूसराय के कन्हैया कुमार स्टेट टॉपर बने हैं. कन्हैया बीते 8 वर्षों से बेगूसराय के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पहाड़चक में कक्षा 1 से 5 के लिए प्रारंभिक शिक्षक हैं.
शिक्षक संगठनों ने दी बधाई: कन्हैया कुमार एक नियोजित शिक्षक हैं और उनके स्टेट टॉपर बनने से प्रदेश के नियोजित शिक्षकों में काफी खुशी देखने को मिल रही है. शिक्षक संगठनों ने इस बाबत प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा है कि यह परिणाम उन लोगों के मुंह पर तमाचा है जो कहते थे प्रदेश के नियोजित शिक्षक नकारा हैं. कन्हैया कुमार ने कहा कि आज जब रिजल्ट जारी हुआ और पता चला कि उन्होंने पूरे प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है तो उन्हें काफी खुशी हुई. पूरा परिवार और उनके सभी शुभचिंतक और शिक्षक समाज उन्हें बधाई दे रहा है.
"सभी बेहद खुश हैं. वह बीते 8 वर्षों से बात और प्रारंभिक शिक्षक विद्यालय में योगदान दे रहे थे और वह अपग्रेडेशन के लिए क्योंकि उनकी सभी अहर्ताएं थी इसलिए उच्च माध्यमिक के लिए उन्होंने आवेदन किया था. अब वह जिस विद्यालय में जाएंगे पूरे निष्ठा से वहां अध्ययन अध्यापन का काम करेंगे. उन्होंने बताया कि साल 2019 में जब अंग्रेजी विषय में STET आयोजित किया गया था, उसे समय वह पूरे बिहार से अपने विषय में सेकंड टॉपर थे."-कन्हैया कुमार, नियोजित शिक्षक
गौरवान्वित हुए नियोजित शिक्षक: वहीं टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ बिहार ने कन्हैया के इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि कन्हैया कुमार की सफलता ने पूरे नियोजित शिक्षक समाज के सर को ऊंचा करने का मौका दिया है. आज प्रदेश के नियोजित शिक्षक गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. उन लोगों ने सभी नियोजित शिक्षकों से आह्वान किया था की वह राज्य कर्मी के सिर्फ दर्जा के लिए शिक्षक बहाली परीक्षा का फॉर्म ना भरे और परीक्षा का बहिष्कार करें. लेकिन उन लोगों ने अपग्रेडेशन के लिए फॉर्म भरकर परीक्षा देने के लिए जरूर कहा था.
उच्च माध्यमिक शिक्षक बनेंगे कन्हैया कुमार: राजू सिंह ने कहा कि कन्हैया कुमार कक्षा 1 से 5 के लिए अब तक प्रारंभिक शिक्षक थे और अब वह कक्षा 11वीं और 12वीं के लिए उच्च माध्यमिक शिक्षक बनेंगे. वह अपग्रेडेशन के लिए परीक्षा में सम्मिलित हुए और स्टेट टॉपर बन के साबित कर दिया कि नियोजित शिक्षक टैलेंटेड है. जो लोग नियोजित शिक्षकों को कहते थे कि नकारा है, कोई काम के नहीं है और टैलेंट नहीं है, इस कारण परीक्षा का बहिष्कार कर रहे हैं. उनके मुंह पर यह रिजल्ट तमाचा है. पूरा नियोजित शिक्षक समाज इस रिजल्ट से गौरवान्वित है.
"मैं पहले से जानता था कि प्रदेश के नियोजित शिक्षक काफी मेधावी है और यदि वह परीक्षा में बैठेंगे तो टॉपर बनेंगे. योग्य अभ्यर्थियों की जगह की हाकमरी करेंगे और प्रदेश में शिक्षकों की कमी बरकरार रहेगी. इसी कारण उन लोगों ने संगठन के माध्यम से सभी नियोजित शिक्षकों को परीक्षा का बहिष्कार करने को कहा था और शिक्षकों ने ऐसा किया भी."-राजू सिंह, प्रदेश संयोजक, प्रारंभिक शिक्षक संघ