पटनाः पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कोरोना को मात दे दिया है. उन्हें एम्स से छुट्टी मिल गयी है. वे अब घर पर हैं. 13 दिनों तक एम्स में वे भर्ती रहे. घर लौटते ही उनकी पत्नी ने उनकी आरती उतारी. घर लौटते ही उन्होंने अपने परिवार और पार्टी के सदस्यों को नव वर्ष की बधाई दी. जीतन राम मांझी ने कहा, एम्स के डॉक्टरों ने बेहतर काम किया है. मुझे कभी महसूस नहीं हुआ कि मैं बीमार हूं. उन्होंने एम्स के डॉक्टरों का आभार व्यक्त किया.
13 दिसंबर को हुए थे कोरोना संक्रमित
जीतन राम मांझी बीते 13 दिसंबर को कोरोना संक्रमित पाए गए थे. खुद उन्होंने ही ट्वीट कर जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने की जानकारी दी थी. इसके बाद चार दिनों तक वे अपने घर पर ही रहे, लेकिन तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें पटना एम्स में भर्ती कराया गया था. उनके साथ ही परिवार में बहू और पोती भी कोरोना संक्रमित पाए गए थे. जीतन राम मांझी पटना एम्स में ऑक्सीजन में रहे. उनके फेफड़े में संक्रमण के कारण उन्हें ज्यादा परेशानी थी. लेकिन एम्स में आने के बाद वे लगातार ठीक होने लगे थे.
'हम' पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का टला था चुनाव
जीतन राम मांझी के कोरोना संक्रमित होने के बाद हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव टल गया था. साथ ही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक भी टली थी. स्वस्थ होने के बाद अब पार्टी में चुनाव और बैठक हो सकती है. बता दें कि पिछले दिनों मांझी ने अरुणाचल के मुद्दे पर बीजेपी पर बरसे थे. जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर कहा था कि अरुणाचल प्रदेश में जो हुआ वह स्वच्छ राजनीति नहीं है.
गंभीर अवस्था में होने की उड़ी थी अफवाह
जीतन राम मांझी ने यह स्पष्ट किया है कि उनकी हालत बुरी नहीं हुई थी. जैसा कि लोगों ने अफवाह फैला दी थी. बता दें कि जीतन राम मांझी के बारे में सोशल साइट्स में कई खबरें वायरल होने लगी थी. कुछ लोगों ने अफवाह उड़ाई थी कि उनकी हालत काफी बुरी हो चुकी है, वे काफी मुश्किलों से सांसें ले पा रहे हैं. इस बारे में भी मांझी ने बताया कि सारी बातें अफवाह थीं.