पटना: बिहार की राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार अपने आवास में इफ्तार पार्टी दी थी. इसमें पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Former Chief Minister Jitan Ram Manjhi) भी शामिल हुए. इफ्तार पार्टी के बाद जीतन राम मांझी ने बातचीत के दौरान कहा कि बीजेपी के लोगों को भी इसमें शामिल होना चाहिए. यह मौका कटुता समाप्त करने का होता है, लेकिन इसमें नहीं आ कर एक मैसेज देना चाह रहे हैं कि समाज में बंटवारा हो.
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'विपक्षी एकजुटता के लिए खड़गे और नीतीश कुमार की बातचीत शुभ संकेत': जीतन राम मांझी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे द्वारा सीएम नीतीश कुमार को फोन करने पर कहा कि यह तो अच्छी बात है. विपक्षी एकजुटता के लिए यह शुभ संकेत है. जीतन राम मांझी ने यह भी कहा कि बिहार का मॉडल अभी सबसे बेस्ट है. मांझी ने कहा कि मैं राष्ट्रपति से दशरथ मांझी को भारत रत्न मिले, इसको लेकर मिला था और राष्ट्रपति ने आश्वासन दिया है कि हम प्रयास करेंगे. हम प्रधानमंत्री से भी मिलना चाहते थे, लेकिन प्रधानमंत्री ने अमित शाह से मिलने के लिए कहा. अमित शाह उस समय काफी व्यस्त थे. इसलिए हम लोग फिर से समय लेंगे या उनके तरफ से जब समय मिलेगा तो मुलाकात करेंगे.
"बीजेपी के लोगों को भी इसमें शामिल होना चाहिए. यह मौका कटुता समाप्त करने का होता है, लेकिन इसमें नहीं आ कर एक मैसेज देना चाह रहे हैं कि समाज में बंटवारा हो. बिहार का मॉडल अभी सबसे बेस्ट है"- जीतन राम मांझी, पूर्व सीएम
इफ्तार में नहीं आए सम्राट चौधरी: वहीं जदयू एमएलसी खालिद अनवर ने बीजेपी के इफ्तार पार्टी में नहीं आने पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी का आज से लोगों ने बायकॉट करना शुरू कर दिया है. यह जो नफरत की राजनीति है, आइसोलेशन की राजनीति है. यह दंगा और समाज को बांटने की जो राजनीति है. उसको लोगों ने नकार दिया है. बीजेपी को इसका एहसास है. जदयू एमएलसी ने तो यहां तक कहा कि प्यार मोहब्बत की जहां भी बातें होती है. वहां भाजपा के लोग नहीं दिखेंगे, तो इफ्तार में भला कैसे आ सकते हैं.
"बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी का आज से लोगों ने बायकॉट करना शुरू कर दिया है. यह जो नफरत की राजनीति है, आइसोलेशन की राजनीति है. यह दंगा और समाज को बांटने की जो राजनीति है. उसको लोगों ने नकार दिया है. बीजेपी को इसका एहसास है" -खालिद अनवर, जदयू एमएलसी