पटना: लगातार हो रही बाारिश से उत्तर बिहार की नदियां उफान मारने लगी है. नदियों के उफान (Bihar Flood) की वजह से कई जिलों में बाढ़ का पानी ग्रामीण इलाकों में प्रवेश कर चुका है. इस बीच, कोरोना से छुटकारा का एकमात्र उपाय टीकाकरण (Vaccination in Bihar) है. ऐसे में जीविका दीदी (Jeevika Didi) घर-घर जाकर लोगों को टीकाकरण के बारे में न सिर्फ जागरूक कर रही हैं, बल्कि पंचायत के हर गांव में हर घर तक जीविका दीदी पहुंच रही हैं.
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ऐसे...हर घर तक पहुंच रही जीविका दीदी
एक ऐसी ही तस्वीर सामने आई है, पटना जिले के घोसवारी प्रखंड में, जहां मोहनपुर ग्राम टीकाकरण केंद्र तक पहुंचने के लिए जीविका दीदीयों को बाढ़ के पानी से गुजरना पड़ा. स्वास्थ्य विभाग और जीविका दीदीयों की टीम इस चुनौती को पार कर लोगों को जागरूक कर टीकाकरण करने का काम कर रही है.
जिलाधिकारी ने की तारीफ
जिलाधिकारी ने इस लोगों की तारीफ की है और इस तरह की प्रेरणा से अन्य लोगों को भी प्रेरणा लेने की बातें कही हैं. जिला मुख्यालय से दूरस्थ, विकट परिस्थिति में जीविका एवं स्वास्थ्य विभाग के टीकाकरण टीम पहुंच रही है.
''जल जमाव के कारण टीकाकरण अभियान में काफी मुश्किल हो रही है. टीकाकरण के लिए लोग घर से नहीं निकल पा रहे हैं. लेकिन फिर भी हम लोगों को जागरूक कर रहे है. बाढ़ के पानी में हम यहां पहुंचे है, यह हमारे लिए एक चुनौती है.'' - ममता कुमारी, एएनएम
कोरोना से लोगों की जान बचाने में जुटीं दीदीयां
पटना जिले की इसी टीम भावना और कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन के कारण राष्ट्रीय स्तर पर टीकाकरण में जिला को टॉप 10 में शामिल किया गया है. जिलाधिकारी ने इन कर्मियों के समर्पण एवं निष्ठा भाव को देखते हुए उन्हें सम्मानित करने को की घोषणा की है. टीकाकरण में संलग्न जीविका के कर्मी सौरभ कुमार, बंटी कुमारी, आरती कुमारी और महेश कुमार हैं. स्वास्थ्य विभाग की एएनएम ममता कुमारी, नीतू कुमारी हैं.
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