पटनाः बिहार में कोरोना कोहराम मचा रहा है. एक तरफ जहां ऑक्सीजन और वेंटिलेटर के अभाव में कोरोना मरीजों की मौत हो रही है, वहीं दूसरी तरफ अब भी गरीब, लाचार और असहाय लोग कोरोना से प्राथमिक सुरक्षा से भी वंचित रह जा रहे हैं. इससे निपटने के लिए कोरोना के खिलाफ जंग को मजबूत करने के लिए राजधानी पटना के ग्रामीण इलाकों में जीविका दीदियां मास्क बनाने का काम कर रही हैं. वहीं अनुमंडल प्रशासन के द्वारा गांव-गांव में मास्क वितरण की तैयारी की जा रही है.
इसे भी पढ़ेंः पटना हाइकोर्ट ने सरकार को लगाई फटकार, LOCKDOWN पर कल तक मांगा जवाब
तैयारी में जुटा अनुमंडल प्रशासन
कोरोना के खिलाफ जंग में सबसे बड़ा हथियार मास्क है. लोगों को कोरोना से बचाने और इसे लेकर जागरुक करने के लिए अनुमंडल प्रशासन तैयारियों में जुट गया है. पंचायती राज विभाग के निर्देश पर जीविका दीदी के कंधों पर मास्क बनाने की एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है. मास्क बनने के बाद अनुमंडल प्रशासन पंचायत सचिव और कार्यपालक सहायक के माध्यम से मुखिया की सहयोग से लोगों के बीच मास्क का वितरण किया जाएगा.
इसे भी पढ़ेंः पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित, CM नीतीश ने दी शुभकामनाएं
मास्क निर्माण केन्द्र का हुआ निर्माण
कोरोना के खिलाफ कारगर हथियार बनाने को लेकर मसौढ़ी अनुमंडल के मसौढ़ी, धनरूआ और पुनपुन प्रखंड के विभिन्न इलाकों में मास्क निर्माण केंद्र की स्थापना की गई है. जहां मास्क निर्माण किया जा रहा है. हजारों की संख्या में जीविका दीदी मास्क बनाने के काम में लगातार लगी हुईं हैं. आंकड़ों की बात करें तो मसौढ़ी, धनरूआ और पुनपुन में 52 पंचायत हैं. हर घर में 6 परिवार को मास्क दिया जाना है. इस लिहाज से व्यापक पैमाने पर मास्क निर्माण कार्य जारी है.