पटना: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य मेें सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. महागठबंधन के दल लगातार को-ऑर्डिनेशन कमेटी की मांग कर रहे हैं. लेकिन राष्ट्रीय जनता दल इसे लेकर कोई पहल नहीं कर रही है. इसे लेकर हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि हमें उम्मीद है कि जल्द ही को-ऑर्डिनेशन कमेटी बना दी जाएगी. उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी जो भी फैसला लेंगे हम उनके साथ रहेंगे.
बता दें कि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा शुरू से ही को-ऑर्डिनेशन कमेटी की मांग करती आ रही है. इसे लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने 25 जून तक महागठबंधन में को-ऑर्डिनेशन कमेटी बनाने की मांग को लेकर अल्टीमेटम तक दे दिया था. इसी बीच जीतन राम मांझी की मुलाकात कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से हुई. जिसके बाद महागठबंधन के घटक दलों ने को-ऑर्डिनेशन कमेटी बनाने को लेकर 1 सप्ताह की समय सीमा तय की है.
5 दिन हैं शेष
हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने बताया कि दिल्ली में सोनिया गांधी के नेतृत्व में महागठबंधन के घटक दलों की बैठक को भी 2 दिन गुजर गए हैं. अब सिर्फ 5 दिन बचे हैं. इसी में महागठबंधन की को-ऑर्डिनेशन कमेटी बननी है. इसे लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की एक बैठक भी पार्टी कार्यालय में हुई. बैठक में तय किया गया कि अगर 5 दिन में महागठबंधन के अंदर को-ऑर्डिनेशन कमेटी नहीं बनती है तो पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी महागठबंधन को लेकर जो निर्णय लेंगे पार्टी के कार्यकर्ता और नेता उसे मानने को तैयार हैं.
को-ऑर्डिनेशन कमेटी बनने की उम्मीद
दानिश रिजवान ने कहा कि हमें उम्मीद है कि महागठबंधन के अंदर को-ऑर्डिनेशन कमेटी बन जाएगी, जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में मौजूद किसी भी दल को कोई दिक्कत न आये. उन्होंने कहा कि अगर को-ऑर्डिनेशन कमेटी नहीं बनती है तो जीतन राम मांझी जो निर्णय लेंगे पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता उसे मानेंगे.