पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 6 सितंबर को बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पहली वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगे. 6 सितंबर को लॉकडाउन खत्म हो रहा है. उसी दिन मुख्यमंत्री की रैली होगी. इस रैली की खास बात ये है कि जेडीयू ने अपना लाइव प्लेटफार्म तैयार किया है. जेडीयूलाइव.कॉम (jdulive.com) नाम के इसी प्लेटफार्म के सहारे सीएम वर्चुअल रैली करेंगे.
जदयू के लिए लाइव प्लेटफार्म तैयार करने वाली टीम का दावा है कि देश में स्वयं का लाइव प्लेटफार्म होने वाली जदयू पहली पार्टी है. इस प्लेटफार्म से लाखों लोग एक साथ जुड़ सकेंगे. वर्चुअल रैली और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए विदेशी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पार्टी की निर्भरता खत्म हो जाएगी.
'नासा और फेसबुक की तकनीक पर आधारित'
आईआईटी मुम्बई से निकले छात्रों की टीम को लीड करने वाले प्रियरंजन ने कहा कि भारत सरकार की यह कोशिश है कि जूम की तरह एप भारत में तैयार हो. वहीं अब वह ऐप बिहार में बनकर तैयार हो गया है. जदयू के लिए लाइव प्लेटफार्म तैयार करने वाले आईआईटियन बिहार से हैं और इनका दावा है कि इसमें वही टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया गया है, जो नासा और फेसबुक करता है.
25 सदस्यीय टीम कर रही काम
जदयू के लिए लाइव प्लेटफार्म तैयार करने वाली टीम में 25 लोग शामिल हैं. टीम को लीड कर रहे प्रियरंजन ने बताया कि जदयू को इससे डिजिटल आजादी मिलेगी. प्रियरंजन के अनुसार पिछले 2 महीने से इस प्रोजेक्ट पर काम हो रहा था. जल संसाधन मंत्री संजय झा के दिशा निर्देश और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच के अनुरूप इसे तैयार किया गया है. यह पूरी तरह स्वदेशी है. इससे पूरी तरह से विदेशी प्लेटफार्म पर निर्भरता खत्म हो जाएगी.
लाखों लोगों को जोड़ने की तैयारी
टीम के सदस्य प्रशांत ने बताया कि यह एप बाहर के लोगों को अट्रैक्ट करेगा और वे भी बिहार आना चाहेंगे. वहीं टीम के दूसरे सदस्य राहुल ने कहा कि आने वाले समय में जदयू का लाइव प्लेटफार्म जूम जैसे एप को भी टक्कर देगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जदयू के लिए तैयार किए गए इसी लाइव प्लेटफार्म के माध्यम से पहली वर्चुअल रैली करेंगे. लाखों लोगों को इसके माध्यम से जोड़ने की तैयारी है.
'बिहार ब्रांड टीवी के रूप में भी करेगा काम'
टीम के सदस्यों ने यह भी जानकारी दी कि अमेरिका के चुनाव में ट्रंप ने इसी तकनीक के सहारे अपना चुनाव प्रचार का अभियान चलाया था. टीम के सदस्यों के अनुसार जदयू का यह डिजिटल प्लेटफॉर्म बिहार ब्रांड टीवी के रूप में भी काम करेगा. इस पर बिहार और जदयू की उपलब्धियों से जुड़ी सकारात्मक खबरों के साथ साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ऐतिहासिक भाषणों और यात्राओं के वीडियो का संग्रह भी होगा. इसके जरिए पार्टी के जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने क्षेत्र में किए गए कार्यों की जानकारी भी उपलब्ध कराई जाएगी.
'महत्वपूर्ण मुद्दे पर किया जा सकेगा जागरूक'
वीडियो प्लेटफार्म संचालित करने वाली टीम ने बताया कि पार्टी के कार्यकर्ता इस प्लेटफार्म के साथ अपना वीडियो भी शेयर कर सकेंगे. जिसे एडमिन के अप्रूवल के बाद कोई भी देख सकेगा. इस प्लेटफार्म के साथ जदयू कार्यकर्ताओं को डेटाबेस से जोड़ा जाएगा. सूचनाओं का मैसेज एक साथ लाखों कार्यकर्ताओं को एसएमएस के जरिए भेजा जा सकेगा. पार्टी कार्यकर्ताओं को मैसेज जिलावार, विधानसभावार या प्रकोष्ठवार भी भेजा जा सकेगा. इस तरह इस मंच के जरिए कार्यकर्ताओं को जरूरी सूचनाओं और कार्यक्रमों से अवगत कराया जा सकता है. किसी महत्वपूर्ण मुद्दे पर जागरूक किया जा सकता है.
आधुनिक प्रचार वाहन भी तैयार
पार्टी इस डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए कार्यकर्ताओं के बीच जरूरी सर्वे भी करा सकेगी. कोरोना महामारी के समय हो रहे विधानसभा चुनाव में डिजिटल प्लेटफॉर्म जदयू के लिए एक बड़ा तकनीकी हथियार बन सकता है. ऐसे 7 सितंबर को जब मुख्यमंत्री इस प्लेटफार्म के माध्यम से वर्चुअल रैली करेंगे तभी सही तस्वीर सामने आ सकेगी. 7 सितंबर की वर्चुअल रैली को लेकर आधुनिक प्रचार वाहन भी तैयार किया गया है, जिसमें स्क्रीन लगाया गया है.