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मदन सहनी का समर्थन करना दीपक निषाद को पड़ा भारी, JDU ने की कार्रवाई

जदयू (JDU) के अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष दीपक निषाद को मंत्री मदन सहनी (Minister Madan Sahani) का समर्थन करना भारी पड़ गया है. जदयू ने दीपक निषाद की अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष पद से छुट्टी कर दी है. इस कार्रवाई के जरिये पार्टी की ओर से मदन सहनी को एक मैसेज देने की कोशिश की गई है.

दीपक निषाद
दीपक निषाद
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Published : Jul 5, 2021, 11:07 AM IST

पटना: बिहार के मंत्री मदन सहनी (Minister Madan Sahni) के समर्थन में जदयू (JDU) अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय मल्लाह सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक निषाद (Deepak Nishad) को भारी पड़ गया. जेडीयू ने दीपक निषाद की जदयू के अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष पद से छुट्टी कर दी है. पार्टी की ओर से मदन सहनी को एक मैसेज देने की कोशिश की गई है.

यह भी पढ़ें: बिहार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी का इस्तीफा

सहनी विवाद पकड़ता जा रहा तूल
इन दिनों मंत्री मदन सहनी का विवाद अब तूल पकड़ता जा रहा है. कोई नेता उनका समर्थन कर रहा है तो कोई विरोध कर रहा है. ऐसे में जदयू अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय मल्लाह सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक निषाद का सहनी को समर्थन भारी पड़ गया.

दीपक निषाद को उपाध्यक्ष पद से कर दी छुट्टी
जेडीयू ने तत्तकाल कार्रवाई करते हुए दीपक निषाद की जदयू अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष पद से छुट्टी कर दी गई है. दीपक निषाद ने मदन सहनी के समर्थन में उतरते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से प्रधान सचिव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. इसके अलावा दीपक निषाद ने 2 दिन पहले पूर्व मुख्य सचिव को भेजी गई समाज कल्याण विभाग की संचिका पर क्या निर्णय के बारे में पूछा था. मदन सहनी शनिवार की शाम नाराज होकर मुख्यमंत्री से मिले बिना दिल्ली चले गए.

यह भी पढ़ें: लालू से नहीं मिलेंगे मदन सहनी, कहा- 'मैं एहसान फरामोश नहीं, नीतीश ही मेरे नेता'

मदन सहनी इस्तीफा का मन क्यों बनाया ?
सहनी ने कहा था कि अधिकारी बात नहीं सुनते हैं. ऐसे में मंत्री पद पर बने रहना मेरे लिए कहीं से भी उचित नहीं है, जिस कारण से हमने फैसला किया है कि मंत्री पद से इस्तीफा देंगे. उन्होंने कहा था कि यह कोई एक विभाग का मामला नहीं है, बल्कि सभी विभागों में यही हाल है. कोई कहता है तो कोई छुपाता है.

विभाग के सचिव पर आरोप
मदन सहनी ने समाज कल्याण विभाग के सचिव अतुल प्रसाद पर मनमानी का आरोप लगाया था. जब सरकार के मंत्रियों की कोई पूछ ही नहीं है. मंत्रियों के आदेश का कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि मंत्री के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जाती हैं. ऐसे में मंत्री पद पर मेरे लिए बने रहना कहीं से भी उचित नहीं था.

दूसरी बार बने मंत्री
मदन सहनी दरभंगा जिले बहादुरपुर विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू के विधायक हैं. वे दूसरी बार चुनाव जीते हैं. इससे पहले वे गौरा-बौराम से विधायक थे. वे नीतीश सरकार में दूसरी बार मंत्री बने है. पिछली सरकार में वे खाद्य आपूर्ति विभाग मंत्री थे.

यह भी पढ़ें: मदन सहनी के इस्तीफा पर बोले RCP, अधिकारियों और मंत्रियों की ट्रेनिंग है जरूरी

सहनी का राजनीतिक सफर
मदन सहनी का जन्म बहादुरपुर प्रखंड के सामान्य किसान परिवार में हुआ. प्रारंभिक से लेकर स्नातक तक की शिक्षा दरभंगा से पूरी की. इनका राजनीतिक करियर दरभंगा जिला परिषद के अध्यक्ष के तौर पर 18 जुलाई 2008 को आरंभ हुआ. 28 सितंबर 2010 तक ये जिला परिषद के अध्यक्ष रहे. उसके बाद 2010 के विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाई.

पटना: बिहार के मंत्री मदन सहनी (Minister Madan Sahni) के समर्थन में जदयू (JDU) अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय मल्लाह सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक निषाद (Deepak Nishad) को भारी पड़ गया. जेडीयू ने दीपक निषाद की जदयू के अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष पद से छुट्टी कर दी है. पार्टी की ओर से मदन सहनी को एक मैसेज देने की कोशिश की गई है.

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सहनी विवाद पकड़ता जा रहा तूल
इन दिनों मंत्री मदन सहनी का विवाद अब तूल पकड़ता जा रहा है. कोई नेता उनका समर्थन कर रहा है तो कोई विरोध कर रहा है. ऐसे में जदयू अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय मल्लाह सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक निषाद का सहनी को समर्थन भारी पड़ गया.

दीपक निषाद को उपाध्यक्ष पद से कर दी छुट्टी
जेडीयू ने तत्तकाल कार्रवाई करते हुए दीपक निषाद की जदयू अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष पद से छुट्टी कर दी गई है. दीपक निषाद ने मदन सहनी के समर्थन में उतरते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से प्रधान सचिव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. इसके अलावा दीपक निषाद ने 2 दिन पहले पूर्व मुख्य सचिव को भेजी गई समाज कल्याण विभाग की संचिका पर क्या निर्णय के बारे में पूछा था. मदन सहनी शनिवार की शाम नाराज होकर मुख्यमंत्री से मिले बिना दिल्ली चले गए.

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मदन सहनी इस्तीफा का मन क्यों बनाया ?
सहनी ने कहा था कि अधिकारी बात नहीं सुनते हैं. ऐसे में मंत्री पद पर बने रहना मेरे लिए कहीं से भी उचित नहीं है, जिस कारण से हमने फैसला किया है कि मंत्री पद से इस्तीफा देंगे. उन्होंने कहा था कि यह कोई एक विभाग का मामला नहीं है, बल्कि सभी विभागों में यही हाल है. कोई कहता है तो कोई छुपाता है.

विभाग के सचिव पर आरोप
मदन सहनी ने समाज कल्याण विभाग के सचिव अतुल प्रसाद पर मनमानी का आरोप लगाया था. जब सरकार के मंत्रियों की कोई पूछ ही नहीं है. मंत्रियों के आदेश का कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि मंत्री के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जाती हैं. ऐसे में मंत्री पद पर मेरे लिए बने रहना कहीं से भी उचित नहीं था.

दूसरी बार बने मंत्री
मदन सहनी दरभंगा जिले बहादुरपुर विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू के विधायक हैं. वे दूसरी बार चुनाव जीते हैं. इससे पहले वे गौरा-बौराम से विधायक थे. वे नीतीश सरकार में दूसरी बार मंत्री बने है. पिछली सरकार में वे खाद्य आपूर्ति विभाग मंत्री थे.

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सहनी का राजनीतिक सफर
मदन सहनी का जन्म बहादुरपुर प्रखंड के सामान्य किसान परिवार में हुआ. प्रारंभिक से लेकर स्नातक तक की शिक्षा दरभंगा से पूरी की. इनका राजनीतिक करियर दरभंगा जिला परिषद के अध्यक्ष के तौर पर 18 जुलाई 2008 को आरंभ हुआ. 28 सितंबर 2010 तक ये जिला परिषद के अध्यक्ष रहे. उसके बाद 2010 के विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाई.

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