पटनाः BJP केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने बिहार में बढ़ते अपराध का आंकड़ा पेश किया है, जिसको लेकर JDU ने नित्यानंद राय पर निशाना साधने लगी है. JDU प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि नित्यानंद राय ने किस अधार पर यह आंकड़ा पेश किया है. जिस आंकड़ा को पेश किया गया है, उसका कोई स्रोत ही नहीं है. नित्यानंद राय ने आंकड़ा पेश करते हुए कहा कि बिहार में कानून का राज खत्म हो गया है. आए दिन हत्या की घटनाएं आम हो गई है, इसी को लेकर बिहार में सियासी तेज हो गई है.
यह भी पढ़ेंः Upendra Kushwaha: 'समय आने पर बता देंगे'.. पटना लौटे कुशवाहा ने कहा- '2024 में मोदी से कोई मुकाबला नहीं'
"केंद्रीय गृह मंत्री का जो आंकड़ा जारी हुआ है, उसका सोर्स नहीं बताया गया है. जब स्टेट क्राइम ब्यूरो आंकड़ा भेजता है तो उसे नेशनल क्राइम ब्यूरो उसे रिकॉर्ड करता है तो 19 अप्रैल तक कैसे आंकड़ा जारी किया गया. इसका मतलब है कि इस आंकड़ा के विश्वसनीयता पर ही सवाल उठ रहा है. केंद्रीय गृह राज्यमंत्री कोई आंकड़ा पेश करे और सोर्स नहीं बताएं तो यह चिंता का विषय है. नित्यानंद राय जिस आंकड़ा को पेश किए हैं, उसका केस नंबर के साथ जारी करें तब मानेंगे." -नीरज कुमार, प्रवक्ता, जदयू
JDU ने की कड़ी प्रतिक्रियाः नीरज कुमार ने कहा कि भाजपा के लोग कह रहे हैं कि कानून का राज बिहार में समाप्त हो गया है. उन्होंने कहा कि तब तो बिहार में लगन शुरू हो रहा है. भाजपा के नेता बिहार नें नहीं घुमेंगे. बीजेपी के 10 नेताओं को अग्निवीर के मामले में वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी, लेकिन उसको ले लिया गया. यानी केंद्र सरकार भी कबूल करती है कि बिहार में कानून का राज है. सभी लोग सुरक्षित हैं. नीरज ने कहा हम चुनौती देते हैं बिहार सरकार 17 मानकों पर डाटा तैयार करती है तो केस सहित अपराध के आंकड़ों को नित्यानंद राय जारी करें.
आंकड़ा में क्या है?: बता दें कि केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने बिहार में अपराध का डेटा सार्वजनिक किया है. जिसमें बताया गया है कि 9 अगस्त 2022 को नीतीश-तेजस्वी की सरकार बनी तब से 2070 हत्या और 700 हत्या के प्रयास के मामले हुए हैं. रेप के 345, अपहरण के 144, लूटपाट के 541, गोलीबारी के 258, चोरी के 599, रंगदारी के 59 और हमला करने के 132 मामले हैं. अब तक कुल 4848 अपराध के मामले पिछले 8 महीने में सामने आए हैं. यहीं आकड़ा जारी करने के बाद जदयू के तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया दी गई है.