पटना: जेडीयू ने रिम्स निदेशक के आवास में लालू यादव के रहने की व्यवस्था पर फिर से हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधा है. जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि आरजेडी के सजायाफ्ता सुप्रीमो लालू प्रसाद का निदेशक निवास में रहकर जेल मैन्युअल की धज्जियां उड़ा रहे हैं. रिम्स निदेशक की नियुक्ति के बावजूद निदेशक को झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने आधिकारिक निवास के बजाय गेस्ट हाउस में रहने के लिए विवश किया है.
'रिम्स निदेशक की नियुक्ति के बावजूद उनके आधिकारिक निवास में आरजेडी के सजायाफ्ता सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का निवास होना हैरानी पैदा करता है'- राजीव रंजन, जेडीयू प्रवक्ता
'जेल मैन्युअल की उड़ाई धज्जियां'
एक सजायाफ्ता व्यक्ति के ऐशो आराम का ख्याल रखा जा रहा है और जेल मैन्युअल की खुलकर धज्जियां उड़ाई जा रही है. उससे बिल्कुल साफ है कि झारखंड के हेमंत सोरेन सरकार की लोकतांत्रिक मूल्यों में कोई रूचि नहीं है, और नहीं कोई भरोसा है.
'बड़ी गलती करने से बची जनता'
बिहार के लोगों को भी अब ऐसा लगता है कि अगर वो तेजस्वी यादव के लोक लुभावन वादों पर यकीन कर लेते तो एक बड़ी गलती बिहार में हो सकती थी. जंगलराज की यादें बिहार में आज भी लोगों को डरने पर मजबूर करती है. झारखंड में उसका दूसरा संस्करण देखने को मिल रहा है. बिहार की जनता को अब राहत महसूस हो रही होगा कि एक बड़े हादसे से बिहार को बचाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है.