पटना : बिहार में विपक्षी दलों की 12 जून को होने वाली बैठक को लेकर सरगर्मी बढ़ने लगी है. जदयू सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के नेतृत्व वाली द्रमुक, आम आदमी पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, शिवसेना (उद्धव ठाकरे), माकपा, भाकपा माले, सपा और अन्य ने 12 जून को होने वाली बैठक में भाग लेने के लिए अपनी सहमति दे दी है.
ये भी पढ़ें- 'चंद्रबाबू नायडू की भूमिका में नीतीश, जिसके शून्य MP वो PM बनाने चला है', Opposition Unity पर PK
पटना में जुटेंगें विपक्षी दल : ऐसे तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन 12 जून की तिथि को आगे बढ़ाने की मांग की थी. क्योंकि उसी दिन किसी कार्यक्रम में उन्हें शामिल होना है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री यदि 12 जून को नहीं आए तो उनके पार्टी के नेता जरूर शामिल होंगे यह भी कहा जा रहा है. ऐसे जदयू मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार का कहना है कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है कि बैठक में कौन-कौन आ रहे हैं. लेकिन, बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी दलों की बैठक को लेकर लोगों के पेट में दर्द हो रहा है. विपक्ष के पेट में दर्द इसलिए हो रहा है कि 12 जून को विपक्षी दल की बैठक कैसे हो रही है.
''हर राजनीतिक दल का अपना प्रोटोकॉल होता है. उसी के अनुसार वह तय करते हैं कि कौन जाएंगे? लेकिन विपक्षी एकजुटता की जो मुहिम है उसका असर दिख रहा है. जो इस बैठक से असहज हैं वे व्यक्ति पर जाएंगे, नेतृत्व पर जाएंगे लेकिन हम विपक्ष की आवाज हैं. प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं. अभी तो हीटवेव चल रहा है. लेकिन राजनीतिक हीट वेव 2024 में चलेगा.''- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जनता दल यूनाइटेड
बुक होने लगे होटल और गेस्ट हाउस: गौरतलब है कि 12 जून को पटना के ज्ञान भवन में विपक्षी दलों की बैठक होगी. बैठक में जिन राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य अतिथि आएंगे उनके ठहरने के लिए स्टेट गेस्ट हाउस और होटल में व्यवस्था की जा रही है. देखने वाली बात ये है कि इस बैठक में कौन कौन से दल और उनके मुख्यमंत्री शामिल होते हैं. यही नहीं इस बैठक में क्या कुछ विकल्प मोदी के खिलाफ लड़ने के लिए निकलता है. इसका इंतजार बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश को है.