पटनाः सीएम नीतीश कुमार के चहेते भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी के बयान पर सियासत शुरू हो गई है. विपक्ष के नेता इस बयान का विरोध कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जदयू अशोक चौधरी के बचाव में उतरी है. जदयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि अशौक चौधरी ने कोई गलत बयान नहीं दिया है. उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है, जो बिलकुल गलत है. भाजपा के लोग फिर से हिन्दू मुस्लमान का एंगल देने की कोशिश कर रहे हैं.
"माननीय मंत्री अशोक चौधरी के बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश करने का काम किया जा रहा है. भाजपा के लोग इसे हिन्दू मुस्लमान का एंगल देने का काम कर रहे हैं. उन्होंने अपने बयान में ऐसा कुछ नहीं कहा है. जिस तरह से भाजपा के लोग बयान को पेश कर रहे हैं, वह बिलकुल गलत है." -अभिषेक झा, प्रवक्ता, जेडीयू
सभी में देश का खून दौड़ रहा हैः जदयू प्रवक्ता ने कहा कि भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी के बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. अशोक चौधरी ने इस संबंध में बयान दिया है कि लंबे समय पूर्व जाति के नाम पर दलित भाइयों के साथ अत्याचार हुआ करता था. अत्याचार से ही तंग आकर दलित बड़ी संख्या में मुस्लिम और बौद्ध हो गए. बड़ी संख्या में मुसलमान भाई और बौद्ध कन्वर्टेड हैं, लेकिन सभी मां भारती के संतान हैं. सभी में इस देश का खून दौड़ रहा है.
क्या है मामलाः अभिषेक ने कहा कि अब स्थितियां बदली है. संविधान ने सब को ताकत दी है. हमारी पार्टी और नेता इसी सोच के साथ चलते हैं. इसे तोड़ मरोड़ कर देखने की जरूरत नहीं है. बीजेपी जरूर हिंदू-मुस्लिम करेगी, जिससे किसी तरह तनाव पैदा हो और उन्हें राजनीतिक लाभ मिले, लेकिन यह नहीं होने दिया जाएगा. बता दें कि मंत्री अशोक चौधरी ने नालंदा में आयोजित एक कार्यक्रम में इस तरह का बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि देश में रहने वाले 90% मुसलमान कन्वर्टेड दलित हैं. इसी पर विवाद शुरू हो गया है.