पटना: जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने वर्चुअल तरीके से जेडीयू के पांच प्रकोष्ठों के साथ संवाद किया. इस संवाद कार्यक्रम के दौरान आरसीपी सिंह ने कहा कि राज्य में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई योजनाओं के माध्यम से राज्य का सर्वांगीण विकास के लिए तत्पर है. आज बिहार की उद्यमी योजना जैसी योजना देश में कहीं है ही नहीं.
बता दें कि आरसीपी सिंह ने जेडीयू के बुनकर प्रकोष्ठ, जल श्रमिक प्रकोष्ठ, सहकारिता प्रकोष्ठ, दलित प्रकोष्ठ और आदिवासी प्रकोष्ठ के साथ संवाद किया. इस दौरान उन्होंने बुनकर प्रकोष्ठ को कहा कि बुनकर के क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं. सबसे बड़ी बात यह कि रोजगार आपकी दरवाजे से संभव है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार योजनाओं के जरिए बुनकरों का सर्वांगीण विकास करने में लगे हैं. सीएम नीतीश की सोच है ज्यादा से ज्यादा स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जाए. बुनकर समाज के लोग कहीं नौकरी मांगने नहीं जाएं, बल्कि नौकरी देने की स्थिति में हो.
'जल से जुड़े रोजगार के विकास पर जोर'
जलश्रमिक प्रकोष्ठ के साथ संवाद के दौरान आरसीपी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अतिपिछड़ा समाज का सशक्तिकरण कर इस समाज में नेतृत्व क्षमता उभारने की कोशिश की है. उनके इन प्रयासों की बदौलत आज जलश्रमिक समाज में नेतृत्व करने वालों की कमी नहीं है. सीएम ने मानव संसाधन के विकास के साथ-साथ जल संसाधन पर भी लगातार ध्यान दिया है. जल से जुड़े रोजगार के अवसर कैसे बढ़ें इस दिशा में सीएम ने लगातार काम किया है.
सहकारिता के लिए 1168 करोड़ का बजट
सहकारिता प्रकोष्ठ के साथ संवाद के दौरान आरसीपी सिंह ने कहा कि 15 साल पहले सहकारिता को लेकर कोई सोच नहीं थी. कोई कार्ययोजना भी तैयार नहीं किया गया था. जबकि सीएम नीतीश कुमार सहकारिता को लेकर विशाल विजन रखते हैं. वर्तमान में सहकारिता के लिए 1168 करोड़ का बजट है. हमारे लोग मेहनत पहले भी करते थे, लेकिन मार्केटिंग में पीछे रह जाने के कारण उन्हें सही लाभ नहीं मिल पाता था. सहकारिता के क्षेत्र में विकास होने से यह समस्या दूर हो गई है.
समाज के अंतिम दरवाजे तक पहुंची शिक्षा
दलित प्रकोष्ठ के साथ संवाद के दौरान आरसीपी सिंह ने कहा कि लालू यादव के राज में 118 नरसंहार हुए, क्योंकि समाज में तनाव औ बराबरी नहीं थी. लेकिन सीएम नीतीश कुमार ने पंचायती राज में आरक्षण देकर इस तनाव को दूर किया. बाबासाहेब ने संसद और सरकारी नौकरियों में आरक्षण की व्यवस्था की तो नीतीश कुमार ने उसे पंचायतों तक पहुंचा दिया. इसी तरह बाबासाहेब ने नारा दिया शिक्षित बनो और हमारे सीएम ने बिहार में शिक्षा को समाज के अंतिम दरवाजे तक पहुंचा दिया.
'आदिवासी समाज की सीएम ने की है हमेशा चिंता'
इसके साथ ही आदिवासी प्रकोष्ठ के साथ संवाद के दौरान आरसीपी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस समाज के हितों की लगातार चिंता की है. सदियों से हाशिए पर खड़े इस समाज को मुख्यधारा में लाकर इसके सर्वांगीण विकास की उन्होंने हरसंभव कोशिश की है.
सीएम के आगामी वर्चुअल रैली को ऐतिहासिक बनाने की अपील
सभी प्रकोष्ठों के साथ संवाद के दौरान आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की 7 अगस्त को होने वाली वर्चुअल रैली को ऐतिहासिक बनाने और 9 अगस्त को पृथ्वी दिवस के दिन 2.51 करोड़ वृक्ष लगाने के उनके संकल्प को पूरा करने में योगदान देने की अपील की. इसके अलावे आरसीपी सिंह ने सभी प्रकोष्ठों से कहा कि कोरोना को लेकर सजग और सतर्क रहें और विधानसभा चुनाव को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता बढ़ाएं.