पटना: नागरिकता संशोधन बिल पर जदयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने पार्टी लाइन से अलग राय रखी. ट्वीट कर राजनीति गरमा दी. प्रशांत किशोर के बाद पूर्व राज्यसभा सांसद पवन वर्मा ने भी एनआरसी बिल का विरोध किया है. इस पर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने सफाई दी और कहा कि इस मामले में पार्टी सर्वोपरि है. किसी के बयान के कोई फर्क नहीं पड़ता.
मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि इस मुद्दे पर पार्टी अपनी राय लोकसभा में जाहिर कर चुकी है. इसके बाद किसी का भी इस मुद्दे पर डिबेट करना बेमानी है. वे प्रशांत किशोर की राय को उनकी निजी राय बताते हुए कहा कि पार्टी से बड़ा कोई नहीं है. जब पार्टी ने नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन किया है, तब कोई क्या कहता है. इसे पार्टी से जोड़कर नहीं देखना चाहिए.
'विपक्ष के हमले पर कोई टिका टिप्पणी नहीं'
हालांकि प्रशांत किशोर पर कार्रवाई के सवाल पर श्रवण कुमार ने कहा कि वह उनकी अपनी राय है. कोई भी व्यक्ति अपनी राय दे सकते हैं. इस पर पार्टी की ओर से कोई कार्रवाई करने का सवाल ही नहीं उठता है. वहीं, उन्होंने विपक्ष के हमले पर कहा कि जदयू अपनी स्टैंड क्लीयर कर चुकी है. इस पर टीका टिप्पणी करना उचित नहीं है.