पटना : बिहार विधान मंडल के बजट सत्र को लेकर आज पहले महागठबंधन के विधायक और विधान पार्षदों की बैठक हुई. इसके बाद देर शाम जेडीयू विधानमंडल दल की बैठक आयोजित की गई. भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी के पोलो रोड स्थित सरकारी आवास पर बैठक आयोजित की गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में सदस्यों को अपने सदन में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया.
ये भी पढ़ें - Bihar Budget Session 2023 : आर्थिक सर्वेक्षण पेश, शिक्षा में सुधार.. स्वास्थ्य में 11 गुना खर्च में वृद्धि
सरकार की बात मजबूती से सदन में रखने का निर्देश : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बजट सत्र लंबा चलेगा इसलिए मुस्तैदी से सदन की कार्यवाही में भाग लें. सरकार की बात मजबूती से सदन में रखें. बैठक में संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार सहित कई नेताओं ने अपनी बात रखी. उपेंद्र कुशवाहा के छोड़ने के बाद विधानमंडल दल की यह पहली बैठक थी. इसलिए सभी विधायकों, विधान पार्षदों को एकजुटता के साथ पार्टी को मजबूत करने और 2024 चुनाव में अपनी ताकत लगाने का निर्देश दिया गया.
बयानबाजी से बचने की जरूरत : विधानसभा की कार्यवाही आज समाप्त होने के बाद विधानसभा के विस्तारित भवन के सेंट्रल हॉल में महागठबंधन के सभी घटक दलों की बैठक हुई थी. उस बैठक में भी विधायकों को सदन में मौजूद रहने का निर्देश दिया गया था. साथ ही महागठबंधन के घटक दलों को लेकर बयानबाजी से बचने का सख्त निर्देश दिया गया था. जदयू की बैठक में भी कमोबेश वही बात कही गई और विपक्ष को मजबूती से जवाब देने का निर्देश दिया गया.
पक्ष-विपक्ष ने की है पूरी तैयारी : बता दें कि यह बजट सत्र लंबा चलने वाला है. ऐसे में विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए काफी तैयारी कर रखी है. विपक्ष को कैसे जवाब दिया जाए इसी को लेकर सत्ता पक्ष के लोगों ने रणनीति बनायी है. ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि इस सत्र के दौरान क्या-क्या होता है. पर एक बात तो साफ है कि सदन काफी हंगामेदार होने वाला है.