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लालू के आरोपों का JDU ने किया खंडन, कहा- चुनावी मौसम में सुर्खियां बटोरने की चाल

लालू प्रसाद की किताब के सामने आने के बाद बिहार में सियासी तापमान हाई है. अब जेडीयू ने इन सभी आरोपों का खंडन करते हुए निराधार बताया है.

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Published : Apr 15, 2019, 1:26 PM IST

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पटना: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बायोग्राफी गोपालगंज टू रायसिना को लेकर जेडीयू और आरजेडी आमने-सामने हैं. एक तरफ किताब के माध्यम से तेजस्वी यादव नीतीश कुमार को घेरने में जुटे हैं. तो वहीं जेडीयू ने किताब में लिखी गई सभी बातों को निराधार बताया है.

RJD के आरोपों का खंडन

ईटीवी भारत से बातचीत में जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि यह सभी तथ्य निराधार हैं, किसी तरह की कोई बात नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में कोई चुनाव आता है तो खबरों में बने रहने के लिए आरजेडी इस तरह का शिगूफा लोगों के बीच छोड़ती है.

वशिष्ठ नारायण सिंह से ईटीवी भारत के संवाददाता अरविंद की खास बातचीत

राजद की सुर्खियों में रहने की आदत

वशिष्ठ नारायण ने कहा कि उन लोगों की बयानबाजी से हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है, हम लोग काम में विश्वास करते हैं. आरजेडी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि राजद तथ्य को दबाना और अनाप-शनाप बोल कर सिर्फ सुर्खियां बटोरना चाहती है. उन्होंने कहा कि राजद को बिहार का विकास कैसे हो इसके बारे में सोचना चाहिए ना की सुर्खियां बटोरने के लिए.

क्या है पूरा मामला

दरअसल, लालू की किताब गोपालगंज टू रायसीना में लालू ने लिखा है कि नीतीश कुमार महागठबंधन में वापसी करना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने अपने करीबी प्रशांत किशोर को मेरे पास पांच बार भेजा. लालू के इस वक्तव्य के बाद राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव ने जेडीयू पर हमला बोल दिया और इसका खंडन करने की मांग करने लगे.

तेजस्वी का बयान

वहीं तेजस्वी यादव ने इस वक्तव्य के बाद दावा किया कि जब नीतीश कुमार महागठबंधन का हिस्सा नहीं बन सके. तब उन्होंने जदयू को कांग्रेस में मर्ज कराने के लिए नेताओं से बात की थी.

पटना: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बायोग्राफी गोपालगंज टू रायसिना को लेकर जेडीयू और आरजेडी आमने-सामने हैं. एक तरफ किताब के माध्यम से तेजस्वी यादव नीतीश कुमार को घेरने में जुटे हैं. तो वहीं जेडीयू ने किताब में लिखी गई सभी बातों को निराधार बताया है.

RJD के आरोपों का खंडन

ईटीवी भारत से बातचीत में जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि यह सभी तथ्य निराधार हैं, किसी तरह की कोई बात नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में कोई चुनाव आता है तो खबरों में बने रहने के लिए आरजेडी इस तरह का शिगूफा लोगों के बीच छोड़ती है.

वशिष्ठ नारायण सिंह से ईटीवी भारत के संवाददाता अरविंद की खास बातचीत

राजद की सुर्खियों में रहने की आदत

वशिष्ठ नारायण ने कहा कि उन लोगों की बयानबाजी से हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है, हम लोग काम में विश्वास करते हैं. आरजेडी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि राजद तथ्य को दबाना और अनाप-शनाप बोल कर सिर्फ सुर्खियां बटोरना चाहती है. उन्होंने कहा कि राजद को बिहार का विकास कैसे हो इसके बारे में सोचना चाहिए ना की सुर्खियां बटोरने के लिए.

क्या है पूरा मामला

दरअसल, लालू की किताब गोपालगंज टू रायसीना में लालू ने लिखा है कि नीतीश कुमार महागठबंधन में वापसी करना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने अपने करीबी प्रशांत किशोर को मेरे पास पांच बार भेजा. लालू के इस वक्तव्य के बाद राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव ने जेडीयू पर हमला बोल दिया और इसका खंडन करने की मांग करने लगे.

तेजस्वी का बयान

वहीं तेजस्वी यादव ने इस वक्तव्य के बाद दावा किया कि जब नीतीश कुमार महागठबंधन का हिस्सा नहीं बन सके. तब उन्होंने जदयू को कांग्रेस में मर्ज कराने के लिए नेताओं से बात की थी.

Intro: लालू प्रसाद यादव के बायोग्राफी गोपालगंज टू रायसिना किताब ने बिहार में राजनीति की नई भूचाल ला दी है जिसको लेकर जदयू आरजेडी आमने-सामने हो गई है... किताब के माध्यम से तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं तो वहीं जदयू किताब में लिखी गई सारी बातों का खंडन कर रही है


Body: पटना-- गोपालगंज टू रायसिना लालू प्रसाद यादव के बायोग्राफी को लेकर बिहार में इन दिनों चर्चा जोरों से चल रही है जदयू आरजेडी किताब को लेकर और नेताओं के बयान बाजी को लेकर दोनों पार्टी आमने सामने हैं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने किताब में लिखी गई बात को सही ठहरा रहे हैं तो वहीं जदयू सारे तत्व को निराधार बता रहे हैं और आरजेडी को मीडिया के सामने बहस करने की खुली चुनौती दे रही है हालांकि तेजस्वी यादव ने एक नई शिगूफा छोड़ा है नीतीश कुमार महागठबंधन का दोबारा हिस्सा ना बन सके उसके बाद उन्होंने कांग्रेस के साथ पार्टी को मर्ज करने की बात कही है जिसको लेकर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा है कि यह सब तथ्य निराधार है किसी तरह का कोई बात नहीं हुई है आरजेडी जब प्रदेश में कोई चुनाव आता है तो खबरों में बनने के रहने के लिए इस तरह का शगुफा लोग छोड़ते हैं उन लोग के बयानबाजी से हम लोगों पर कोई असर नहीं पड़ता है हम लोग काम में विश्वास करते हैं राजद तथ्य को दबाना जा रही है और अनाप-शनाप बोल के सिर्फ सुर्खियां बटोर ना चाहते हैं राजद को बिहार का विकास कैसे हो इसके बारे में सोचना चाहिए ना की सुर्खियां बटोरने के लिए...


Conclusion: राबड़ी देवी ने दावा किया था कि जदयू के दूत उनका निमंत्रण लेकर आए थे नीतीश कुमार महागठबंधन में आना चाहते थे लेकिन हमने ही मना कर दिया है जिसको लेकर वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि प्रशांत किशोर जी उन सारे तत्वों का जवाब उन्हें दे दिए हैं तो हमें नहीं लगता है कि पार्टी को इस पर कोई जवाब देना उचित होगा... नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के द्वारा दवा किया गया है कि जब नीतीश कुमार महागठबंधन का हिस्सा नहीं बन सके तब उन्होंने जदयू को कांग्रेसमें मर्ज कराने के लिए नेताओं से बात की थी इसको लेकर वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि कांग्रेस के नेता उनके बयान को सिरे से खारिज कर दिया है और उस बयान में कोई दम नहीं है।

ईटीवी भारत के लिए पटना से अरविंद राठौर की रिपोर्ट

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के साथ 121 अरविंद राठौर
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