पटना : बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Education Minister Chandrashekhar) के रामचरितमानस पर दिए विवादित बयान पर जेडीयू और आरजेडी में मतभेद खुलकर सामने आने लगा है. जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा बयान दिया है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आरजेडी के मंत्री और विधायक बीजेपी के एजेंडा पर काम कर रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि रामचरितमानस जैसे विषयों पर यदि चर्चा होगी तो किस पार्टी को फायदा होगा सबको पता है. उपेंद्र कुशवाहा ने आरजेडी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि- 'ऐसा लगता है कि अनजाने में सब कुछ नहीं हो रहा है, कहीं ना कहीं बीजेपी से आप राहत चाहते हैं. इसलिए, पूरे मामले में चुप हैं.
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'बीजेपी के एजेंडे पर काम कर रहे शिक्षा मंत्री': उपेन्द्र कुशवाहा ने साफ कहा कि अगर रामचरितमानस जैसे विषयों पर चर्चा होगी तो फायदा बीजेपी को होगा. भारतीय जनता पार्टी के मैदान में उनकी पिच पर जाकर यदि हम लोग खेलना शुरू करेंगे तो इसका क्या अर्थ है? इसका सीधा अर्थ है कि भारतीय जनता पार्टी को फायदा पहुंचेगा. उपेन्द्र कुशवाहा ने आगे कहा कि व्यक्तिगत तौर पर उन्हें ऐसा लगता है कि ये अंजाने में नहीं हो रहा है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जगदानंद सिंह कुछ अलग बयान देते हैं. तो वहीं शिवानंत तिवारी कुछ अलग बयान देते हैं. पहले आरजेडी के लोग ही तय कर लें.
'बीजेपी से आरजेडी राहत पाना चाहती है': जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि चर्चा होनी हो तो सोशल जस्टिस पर चर्चा हो, उनका विभाग शिक्षा है और शिक्षा के क्षेत्र में बिहार कितना पिछड़ा हुआ है? स्वास्थ्य के क्षेत्र में कितना पिछड़ा है. इन सब क्षेत्रों पर ध्यान देने की जरूरत है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मुझे लगता है ऐसा अनजाने में नहीं हो रहा है तेजस्वी यादव ने भी कहा है कि उनके विधायक जिस प्रकार से बोल रहे हैं, बीजेपी की नीतियों के अनुकूल बोल रहे हैं. जब आपको मालूम है तो लोगों के बीच यह मैसेज जा रहा है कि कहीं ना कहीं आप को बीजेपी से राहत चाहिए.
ऐसे नेताओं पर जेडीयू की कार्रवाई की मांग: उपेंद्र कुशवाहा ने कहा ऐसी स्थिति में जदयू असहज है. उपेंद्र कुशवाहा ने चेतावनी दी कि अभी भी समय है ऐसे नेताओं पर कार्रवाई करें. अब उनके पार्टी के अंदर ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में जगदा बाबू कुछ बोल रहे हैं शिवानंद तिवारी कुछ तो पहले पार्टी भी तय कर ले कि बीजेपी के एजेंडा पर चलना है या फिर सेक्युलरिज्म और सोशल जस्टिस के रास्ते पर चलना है.
सुधाकर सिंह के मुद्दे पर भी मुखर हुए थे उपेन्द्र कुशवाहा: गौरतलब है कि आरजेडी विधायक और पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के बयान के बाद सबसे पहले जदयू की तरफ से उपेंद्र कुशवाहा ने ही मोर्चा खोला था. अब एक तरह से फिर खुलकर उन्होंने आरजेडी को चेतावनी भी दे दी है. देखना है उपेंद्र कुशवाहा के बयान को आरजेडी किस ढंग से लेती है.
''अभी भी वक्त है. राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं को अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए. ऐसे बयानों पर रोक लगाना चाहिए. अब उनके ही नेता एक ही प्रेस कॉन्सफ्रें में अलग-अलग बात करते हैं. जगताबाबू क्या बोलते हैं और शिवानंद क्या बोलते हैं? तो पहले तो उन लोगों को आपस में बैठकर तय कर लेना चाहिए कि भारतीय जनता पार्टी के एजेंडा पर काम करना है या फिर जो हम लोगों का एजेंडा है, सोशल जस्टिस, सेकुलरिज्म का, उसपर काम करना है?'' - उपेन्द्र कुशवाहा, जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष