पटना: जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा (JDU Leader Upendra Kushwaha) और पार्टी नेतृत्व के बीच तल्खी इस कदर बढ़ गई है कि अब लगता नहीं है कि ये साथ और अधिक दिनों तक निभेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नाराज चल रहे कुशवाहा ने आज दोपहर 2 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है. जहां वह अपने सियासी भविष्य को लेकर कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं. माना जा रहा है कि वह जेडीयू से अलग होने का ऐलान कर सकते हैं.
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उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू छोड़ेंगे?: पटना में दो दिनों से चल रहे खुला अधिवेशन के पहले दिन जिस तरह से उनके समर्थकों की भीड़ उमड़ी, उससे कुशवाहा का हौसला बढ़ गया है. यही वजह है कि उन्होंने ट्वीट कर बताया कि वह सोमवार को मीडिया से बात करेंगे और अपनी स्थिति स्पष्ट करेंगे. जेडीयू नेता ने ट्विटर हैंडल पर लिखा, "मैं कल दिनांक 20 फरवरी को अपराह्न 2 बजे पटना के मौर्य होटल में प्रेस एवं मीडिया के साथियों से बात करुंगा."
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मैं कल दिनांक 20 फरवरी को अपराह्न 2 बजे पटना के मौर्य होटल में प्रेस एवं मीडिया के साथियों से बात करुंगा।
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उपेंद्र कुशवाहा नीतीश कुमार से नाराज: दरअसल, उपेंद्र कुशवाहा इस बात से आहत हैं कि पार्टी में उनको तरजीह नहीं दी जा रही है. उन्होंने खुलकर इस बात को जाहिर भी किया है. कुशवाहा के मुताबिक उन्हें जेडीयू संसदीय बोर्ड का राष्ट्रीय अध्यक्ष तो बना दिया गया है लेकिन न तो कभी कोई बैठक होती है और न ही कभी उनसे विचार-विमर्श किया जाता है. उनकी नाराजगी नीतीश कुमार से इसलिए भी है, क्योंकि आरजेडी से गठबंधन करने के समय उनसे राय नहीं ली गई. वहीं जानकार मानते हैं कि कुशवाहा की नाराजगी की सबसे बड़ी 2025 विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव को नेता चुना जाना है, क्योंकि कुशवाहा खुद को नीतीश का स्वभाविक उत्तराधिकारी मानते हैं.
देखिये काफी संघर्ष के बाद हमसब लोगों ने मिलकर समता पार्टी का गठन किया था. जिस वजह से नीतीश कुमार को बिहार की सत्ता मिली. लेकिन अब उन्हीं लोगों को सत्ता सौंपने की तैयारी हो रही है, जिनके लड़कर हमने सत्ता हासिल की थी. बिहार का कोई भी व्यक्ति नहीं चाहेगा कि बिहार फिर से खौफनाक मंजर की तरफ लौटे, इसके लिए जो भी करना होगा. हमलोग करने को तैयार हैं"- उपेंद्र कुशवाहा, अध्यक्ष, जेडीयू संसदीय बोर्ड