पटनाः बीते शनिवार 24 जून को बिहार के किशनगंज में राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 327 ई पर ठाकुरगंज से बहादुरगंज के बीच मेची नदी पर निर्माणाधीन पुल अचानक धंस गया. जिसे लेकर अब जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने भाजपा नेताओं पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि भागलपुर में पुल गिरने पर इस्तीफे की मांग करने वाले लोग अब नितिन गडकरी से इस्तीफे कब मांगेगें. इनका दोहरा चरित्र फिर से बिहार की जनता के सामने बेनकाब हो गया है.
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बीजेपी नेताओं पर साधा निशानाः प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि चुकी केंद्र की भाजपा सरकार के द्वारा भारत माला प्रोजेक्ट के तहत किशनगंज और कटिहार के बीच इस पुल का निर्माण हो रहा था, इसलिए भाजपा वालों को अब सांप सूंघ गया है. केंद्र सरकार कमीशनखोरी और भ्रष्टाचारी के गिरफ्त में फंस चुकी है. आज इनकी लापरवाही की वजह से जनता की गाढ़ी कमाई की बर्बादी हो रही है. नैतिकता का नकली नकाब ओढ़े भाजपा के नेताओं का असली चाल-चरित्र जनता के सामने उजागर हो चुका है और अब जनता ही इनके करतूतों का उचित हिसाब करेगी.
"दिल्ली में बैठे अपने आकाओं के विरोध में एक शब्द बोलने का साहस बिहार के भाजपा नेताओं में नहीं है. अब भाजपा वाले सीबीआई जांच की मांग क्यों नहीं कर रहे हैं? इनका जमीर मर गया या अपने मालिक की चापलूसी में नीति-सिद्धान्तों को भी दफन कर दिए हैं?"- उमेश कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष, जेडीयू
नेपाल में बारिश के कारण धंसा पुलः आपको बता दें कि फिलहाल किशनगंज पुल धंसने के मामले में एनएचएआई ने चार अभियंताओं को सस्पेंड कर दिया है. प्रारंभिक जांच में नेपाल में जबरदस्त बारिश के कारण मेची नदी में आए अप्रत्याशित पानी से किशनगंज में एनएचआई 327 ई पर निर्माणाधीन पुल का पिलर धंसा है यह बात सामने आई है, जिन पर कार्रवाई हुई है, उनमें निर्माण एजेंसी जीआर इंफ्रा के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर, डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर और सुपरविजन करने वाली एजेंसी चैतन्य प्रोजेक्ट के टीम लीडर ब्रिज इंजीनियर शामिल हैं.
कमेटी से 15 दिनों में मांगी गई रिपोर्ट: एनएचएआई के क्षेत्रीय प्रबंधक अवधेश कुमार ने जानकारी दी है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. जांच के लिए तीन विशेषज्ञों एके श्रीवास्तव एसके शर्मा और वेंकटरामन पीजी की कमेटी बनाई गई है, जो 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट देगी. 1 महीने के अंदर बिहार में पुल धंसने की यह दूसरी घटना है, इससे पहले भागलपुर में पुल धंसने की घटना हुई थी जिस पर खूब सियासत हुई थी. अब किशनगंज पुल धंसने मामले में भी राजनीति शुरू है.