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RCP के करीबियों को चुन चुनकर निकाल रहे ललन सिंह, अजय आलोक समेत 3 का JDU से पत्ता साफ

जदयू ने आरसीपी सिंह के करीबियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इसपर प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि अभी हाल के दिनों मे कई जिलों से यह सूचना मिल रही थी कि पार्टी के कुछ पदाधिकारियों ने भ्रम की स्थिति पैदा कर दी थी अनुशासन बार बार तोड़ा जा रहा था. ऐसे लोगों को पार्टी ने परामर्श और चेतावनी दी थी. उसके बावजूद भी नेता नहीं सुधरे जिसके बाद पार्टी ने सभी को निलंबित कर दिया है. पढ़ें पूरी खबर..

JDU expelled many leaders who close to RCP Singh
JDU expelled many leaders who close to RCP Singh
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Published : Jun 14, 2022, 2:55 PM IST

Updated : Jun 14, 2022, 5:16 PM IST

पटना: जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने आरसीपी सिंह समर्थकों (Supporters of RCP Singh expelled from JDU ) पर आज बड़ी कार्रवाई की है. जदयू प्रवक्ता अजय आलोक (JDU spokesperson Ajay Alok), जदयू महासचिव अनिल कुमार (JDU General Secretary Anil Kumar), जदयू महासचिव विपिन कुमार यादव (JDU General Secretary Vipin Kumar Yadav) और समाज सुधार सेनानी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष जितेंद्र नीरज (Social Reform Fighter Cell President Jitendra Neeraj) को पद से मुक्त करते हुए प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित (JDU expelled many leaders) कर दिया गया है. माना जा रहा है कि आरसीपी सिंह के केंद्र सरकार से नजदीकियों से सीएम नीतीश (CM Nitish Kumar) नाराज हैं और यह फैसला उसी का प्रतिफल है.

पढ़ें- RCP सिंह के बंगला खाली कराने पर बोले अशोक चौधरी- 'राजनीतिक या व्यक्तिगत कारणों से नहीं लिया गया फैसला'

आरसीपी सिंह के समर्थकों को दिखाया बाहर का रास्ता: प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि कुछ लोग पार्टी में कंफ्यूजन क्रिएट कर रहे थे और इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. आरसीपी समर्थकों पर कार्रवाई के सवाल पर उमेश कुशवाहा ने कहा कि पार्टी में सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार हैं. अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं होगी और आगे भी ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाएगी जो पार्टी के खिलाफ काम करेंगे. आरसीपी समर्थकों को पहले भी लगातार साइडलाइन किया गया है और अब बड़ी कार्रवाई कर एक मैसेज देने की कोशिश की गई है.

पहले ही कार्रवाई के दिए थे संकेत: इससे पहले भी उमेश कुशवाहा ने सोशल मीडिया पर पार्टी की छवि धूमिल करने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी. चेतावनी देते हुए यह भी कहा था कि पार्टी में रहते हुए अमर्यादित बयान देने वाले या पोस्ट करने वाले कतई पार्टी के हितैषी नहीं हो सकते. जदयू एक संस्कारित पार्टी है, जो लोहिया, जयप्रकाश ओर कर्पूरी की विचारधारा को मानती है. पार्टी के सर्वमान्य नेता माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में जदयू एक संगठित पार्टी है. जिसकी एक अलग पहचान है. हम सभी उन्हीं की विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं.

नाराजगी का नतीजा: बता दें कि बिहार की राजनीति में चर्चा यही है कि आरसीपी सिंह के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आरसीपी सिंह से नाराज हैं. पार्टी की इस कार्रवाई को इसी नजरिये से जोड़कर देखा जा रहा है. पिछले कुछ समय से पार्टी में खेमेबाजी भी काफी हो रही है. ललन सिंह और आरसीपी सिंह के बीच की जंग भी किसी से छुपी नहीं है.

पढ़ें- मंत्रिमंडल से इस्तीफे के सवाल पर बोले RCP सिंह- ये प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार


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पटना: जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने आरसीपी सिंह समर्थकों (Supporters of RCP Singh expelled from JDU ) पर आज बड़ी कार्रवाई की है. जदयू प्रवक्ता अजय आलोक (JDU spokesperson Ajay Alok), जदयू महासचिव अनिल कुमार (JDU General Secretary Anil Kumar), जदयू महासचिव विपिन कुमार यादव (JDU General Secretary Vipin Kumar Yadav) और समाज सुधार सेनानी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष जितेंद्र नीरज (Social Reform Fighter Cell President Jitendra Neeraj) को पद से मुक्त करते हुए प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित (JDU expelled many leaders) कर दिया गया है. माना जा रहा है कि आरसीपी सिंह के केंद्र सरकार से नजदीकियों से सीएम नीतीश (CM Nitish Kumar) नाराज हैं और यह फैसला उसी का प्रतिफल है.

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आरसीपी सिंह के समर्थकों को दिखाया बाहर का रास्ता: प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि कुछ लोग पार्टी में कंफ्यूजन क्रिएट कर रहे थे और इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. आरसीपी समर्थकों पर कार्रवाई के सवाल पर उमेश कुशवाहा ने कहा कि पार्टी में सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार हैं. अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं होगी और आगे भी ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाएगी जो पार्टी के खिलाफ काम करेंगे. आरसीपी समर्थकों को पहले भी लगातार साइडलाइन किया गया है और अब बड़ी कार्रवाई कर एक मैसेज देने की कोशिश की गई है.

पहले ही कार्रवाई के दिए थे संकेत: इससे पहले भी उमेश कुशवाहा ने सोशल मीडिया पर पार्टी की छवि धूमिल करने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी. चेतावनी देते हुए यह भी कहा था कि पार्टी में रहते हुए अमर्यादित बयान देने वाले या पोस्ट करने वाले कतई पार्टी के हितैषी नहीं हो सकते. जदयू एक संस्कारित पार्टी है, जो लोहिया, जयप्रकाश ओर कर्पूरी की विचारधारा को मानती है. पार्टी के सर्वमान्य नेता माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में जदयू एक संगठित पार्टी है. जिसकी एक अलग पहचान है. हम सभी उन्हीं की विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं.

नाराजगी का नतीजा: बता दें कि बिहार की राजनीति में चर्चा यही है कि आरसीपी सिंह के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आरसीपी सिंह से नाराज हैं. पार्टी की इस कार्रवाई को इसी नजरिये से जोड़कर देखा जा रहा है. पिछले कुछ समय से पार्टी में खेमेबाजी भी काफी हो रही है. ललन सिंह और आरसीपी सिंह के बीच की जंग भी किसी से छुपी नहीं है.

पढ़ें- मंत्रिमंडल से इस्तीफे के सवाल पर बोले RCP सिंह- ये प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार


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Last Updated : Jun 14, 2022, 5:16 PM IST
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