पटना: बागेश्वर धाम के संत धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम को लेकर लगातार विरोध हो रहा है. इसी क्रम में बाबा के पोस्टर पर कालिख पोत दी गयी और 420 लिख दिया गया. जदयू कोटे के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने इसका विरोध किया है. उन्होंने कहा कि इस तरह का काम करने वाला व्यक्ति धार्मिक नहीं हो सकता है अध्यात्मिक नहीं हो सकता है. इससे आगे बढ़ते हुए उन्होंने कालिख पोतनेवाले को देशद्रोही तक बता दिया. सुधी पाठकों को बता दें कि इस तरह का कृत्य देशद्रोही की श्रेणी में नहीं आता है.
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"बाबा साहब ने जो संविधान देश का बनाया है, उसे मानने वाले सभी धर्म के लोग हैं. चाहे वह हिंदू हो मुस्लिम हो सिख हो इसाई हो क्रिश्चियन हो. देश बाबा साहब के बनाए संविधान के अनुसार ही चलेगा, किसी मुल्ला या पंडित के कहने से देश नहीं चलेगा"- श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री
सभी को आजादी है धर्म मानने कीः जदयू मंत्री ने कहा कि सभी को आजादी है धर्म मानने की और अपने मनपसंद भगवान की पूजा करने की. उन्होंने कहा कि हम लोग इस पर किसी तरह का विवाद नहीं चाहते हैं. यह सेकुलर देश है सभी जाति सभी धर्म मानने वालों का देश है तो नफरत के वातावरण से समाज और देश नहीं चलेगा. देश चलेगा आपस में मिल्लत से प्रेम से भाईचारा से. यह केवल भारत की जरूरत नहीं है पूरे विश्व की जरूरत है.
भाजपा पर कसा तंजः बीजेपी नेताओं की ओर से बाबा की आरती करने पर श्रवण कुमार ने कहा कि हम लोग आरती संविधान के अनुसार करते हैं. उन्होंने कहा कि आदर करना सम्मान देना खराब बात नहीं है और बिहार की भूमि तो अतिथि देवो भव के सिद्धांत को मानता है. लेकिन हम लोग नकली आदर करने वाले लोगों में से नहीं है. उन्होंने कर्नाटकर चुनाव के संदर्भ की चर्चा करते हुए भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के लोगों को संकट के समय में बजरंगबली याद आते हैं.
क्या है मामलाः पटना में डाक बंगला चौराहे पर बागेश्वर बाबा के स्वागत के लिए पोस्टर लगाये गये हैं. जिसमें से एक पोस्टर में बाबा के चेहर पर कालिख पोती गई है. इसके साथ ही पोस्टर पर कालिख से '420 चोर' भी लिखा गया गया है. हालांकि अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किसने इस हरकत को अंजाम दिया है.
पटना में बागेश्वर बाबा का कार्यक्रम: बागेश्वर बाबा बिहार के 5 दिवसीय दौरे पर हैं. 13 मई से नौबतपुर के तरेत पाली मठ हनुमंत कथा कर रहे हैं. 15 मई को उन्होंने दिव्य दरबार भी लगाया था, जिसमें 25 लोगों की पर्चियां निकाली गई थी. आज बुधवार को उनकी हनुमंत कथा का अंतिम दिन है. बाबा के आने से पहले से विरोध हो रहा है.