पटना: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) लंबे अंतराल के बाद बिहार लौट रहे हैं. जमानत मिलने के बाद लगातार लालू यादव दिल्ली में रह रहे थे. उनके लौटने को लेकर बयानबाजी शुरू है. जदयू और बीजेपी के नेताओं ने कहा है कि उपचुनाव (Bihar By Election) में लालू यादव का कोई असर नहीं पड़ने वाला है. पहले का ट्रैक रिकॉर्ड भी देखना चाहिए. लालू यादव पहले भी चुनाव में रह चुके हैं, लेकिन हमेशा बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन ही जीतता रहा है.
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जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा, 'लालू यादव का चेहरा तेजस्वी यादव ने विधानसभा चुनाव में गायब कर दिया था. आरजेडी के लोग भी मानने लगे थे कि लालू प्रसाद का असर अब चुनाव में नहीं होने वाला है. जहां तक जानकारी है, वह अस्वस्थ थे, लेकिन अब आ रहे हैं तो ठीक है. मैं चाहता हूं कि उनकी तबीयत जल्द से जल्द ठीक हो. वह राजनीति के पर्सनालिटी हैं. अगर वह फिर से एक्टिव राजनीति में आ रहे हैं तो अच्छी बात है.'
"लालू यादव के आने से चुनाव पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. हमारी पार्टी किसी के विरोध पर चुनाव नहीं लड़ती है. हम लोग सीएम नीतीश कुमार के विकास कार्य के बदौलत चुनाव में जाते हैं. लालू यादव, तेजस्वी यादव या कोई और आएं. हमें फर्क नहीं पड़ने वाला है."- निखिल मंडल, प्रवक्ता, जदयू
"लालू यादव चुनाव प्रचार करेंगे तो साफ है कि तेजस्वी यादव ने यह मान लिया है कि अब लालू के बिना उनका काम नहीं चलने वाला है. पिछला रिकॉर्ड देखें तो लालू यादव पहले भी चुनाव प्रचार में रहे हैं और हमेशा जदयू और बीजेपी का गठबंधन ही जीता है. इसलिए उपचुनाव में लालू यादव के आने से कोई असर पड़ने वाला नहीं है."-नितिन नवीन, मंत्री, बीजेपी
बता दें कि बिहार विधानसभा के 2 सीटों पर 30 अक्टूबर को वोट डाला जाना है. विधानसभा चुनाव 2020 में दोनों सीट पर जदयू को जीत मिली थी. उपचुनाव में आरजेडी ने पूरी ताकत लगाई है. लालू प्रसाद यादव के चुनाव प्रचार करने पर लड़ाई और दिलचस्प मोड़ पर पहुंच सकती है.
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