पटना: जदयू प्रदेश कार्यलय में आज शनिवार को पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन और प्रदेश प्रवक्ता डॉक्टर सुनील कुमार सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर दरभंगा एम्स की जमीन मामले पर केंद्र सरकार की नीति पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जानबूझकर दरभंगा एम्स पर राजनीति कर रही है. दरभंगा में एम्स नहीं बनने देना चाह रही है.
इसे भी पढ़ेंः Darbhanga AIIMS: 'नीतीश नहीं चाहते हैं कि दरभंगा में बने एम्स', बोले सुशील मोदी- 'इतिहास माफ नहीं करेगा'
"राज्य सरकार ने शोभन में एम्स के लिए जमीन दी. वो जमीन वास्तव में लो लैंड थी. राज्य सरकार ने 300करोड़ रुपए से ज्यादा राशि खर्च कर उसकी मिट्टी भराई के कार्य को शुरू करने का निर्णय कैबिनेट में लिया. इसके बाद भी जिस तरह केंद्रीय टीम ने जमीन को लेकर अड़ंगा लगाया है इससे स्पष्ट है कि केंद्र सरकार जान बूझकर बिहार में विकास को बाधित कर रही है. इसपर राजनीति कर रही है जो कहीं से भी उचित नहीं है"- राजीव रंजन, राष्ट्रीय प्रवक्ता, जद यू
एम्स निर्माण के नाम पर राजनीतिः जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि मिथिला की जनता देख रही है कि नीतीश कुमार द्वारा जमीन देने के वाबजूद केंद्र में बैठे लोग कुछ से कुछ बयान दे रहे हैं. इसका मतलब साफ है कि मोदी सरकार की मंशा ठीक नहीं है. केंद्र सरकार द्वारा जानबूझकर अड़ंगा लगायी जा रही है. दरभंगा में एम्स निर्माण के नाम पर राजनीति की जा रही है.
मोदी सरकार की मंशा ठीक नहींः जद यू के प्रदेश प्रवक्ता डॉक्टर सुनील कुमार सिंह ने कहा कि मिथिला के विकास को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खाका खींचा है. लेकिन, दरभंगा एम्स निर्माण में अड़ंगा लगाकर मोदी सरकार ने उचित नहीं किया है. उन्होंने कहा कि मिथिला के लोगों को अच्छी चिकित्सीय सुविधा मिले इसको लेकर मोदी सरकार की मंशा ठीक नहीं है. दरभंगा एम्स की जमीन को लेकर जो बात केंद्र सरकार कह रही है वो बेबुनियाद है.
जनता जवाब देगीः सुनील कुमार सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार मिथिला के विकास के लिए तत्पर हैं. एम्स को लेकर जो मंशा मोदी सरकार की है इसको देखते हुए नीतीश कुमार ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज में 2500 बेड करने की घोषणा की है. इसका कार्य भी शुरू होगा. केंद्र सरकार दरभंगा एम्स की जमीन को लेकर जो बात कह रही है वह कहीं से उचित नहीं है. मिथिला की जनता समय आने पर इसका जवाब देगी.