रांची/पटना: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की गुत्थी को सुलझाने की जिम्मेदारी देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई को मिली है. एक तरफ एजेंसी अपनी जांच कर रही है तो दूसरी तरफ आम लोगों के बीच यह चर्चा आम है कि क्या वाकई सुशांत सिंह राजपूत भीतर से इतने कमजोर थे.
सुशांत सिंह राजपूत को फिल्म एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी से सुनहरे पर्दे पर एक अलग पहचान मिली थी. इस फिल्म की शूटिंग साल 2015 में रांची के कई लोकेशन पर हुई थी. फिल्म की शूटिंग के दौरान महेंद्र सिंह धोनी के स्कूल यानी जेवीएम श्यामली के स्टूडेंट्स को भी शामिल किया गया था. इसमें रांची के संदीपन भट्टाचार्य ने सुशांत सिंह राजपूत को नेट प्रैक्टिस भी कराई थी. फिल्म में भी उन्हें एक सीन मिला था. लिहाजा संदीपन भट्टाचार्य से ईटीवी भारत की टीम ने सुशांत सिंह राजपूत के व्यक्तित्व को लेकर बात की.
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क्रिकेट खेलने के साथ-साथ एक सेल्स कंपनी में काम कर रहे संदीपन ने कहा कि फिल्म की शूटिंग के दौरान तीन बार सुशांत सिंह राजपूत से बात हुई थी. उस शख्स में टीम को लेकर चलने वाला गुण दिखा था. तब सुशांत 1 स्टार बन चुके थे लेकिन उनके बात और व्यवहार में कहीं भी स्टार की झलक नहीं थी. संदीपन ने कहा कि जो इंसान चांद पर फ्यूचर देख सकता है वह भला आत्महत्या क्यों करेगा. शुरू में लगा था कि यह गुत्थी अनसुलझी रह जाएगी. लेकिन सीबीआई के हाथ में जांच की कमान आने के बाद सच सामने आने की एक उम्मीद जगी है.