पटना: हाल ही में पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों की ओर से हड्डी विभाग के अध्यक्ष पर लगाए गए आरोपों का खुलासा हो गया है. तीन सदस्य कमेटी की हुई बैठक में रिपोर्ट को पीएमसीएच के प्राचार्य को सौंपा गया.
'आरोप पाया गया सही'
सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में पाया गया कि विभाग के डॉक्टर विजय कुमार के द्वारा जबरन जूनियर डॉक्टरों को किसी खास कंपनी की दवा लिखने को कहा जाता था. जब डॉक्टरों ने इसका विरोध किया तब छात्रों को फेल कर दिया गया. जिसके बाद डॉक्टरों ने हड़ताल कर दिया. हालांकि, इस पूरे मामले को मीडिया से दूर रखा गया है. लेकिन, सूत्रों की माने तो जांच रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया गया है.
स्पेशल कमेटी की जांच
पीड़ित छात्र ने बताया कि एचओडी डॉक्टरों को किसी खास कंपनी की दवा देने को कहते थे. जब सबने इसका विरोध किया तो सभी को फेल कर दिया गया. जूनियर डॉक्टरों ने विरोध के लिए हड़ताल भी किया. जिसके बाद एक स्पेशल कमेटी गठित कर जांच की गई.
विभागाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग
बता दें कि जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष शंकर भारती ने अपने चार सूत्रीय मांगों को प्रिंसिपल और अधीक्षक के समक्ष रखा था. उन्होंने कहा था कि हड्डी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. विजय कुमार को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए. उन्होंने मांग कि जबतक जांच कमेटी की रिपोर्ट नहीं आती, तबतक उनको पद से तत्काल हटाया जाए ताकि वह जांच को प्रभावित न कर सकें.