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PMCH के जूनियर डॉक्टर्स के आरोपों पर स्पेशल टीम ने लगाई मुहर, प्रिंसिपल को सौंपी रिपोर्ट

सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में पाया गया कि विभाग के डॉक्टर विजय कुमार के द्वारा जबरन जूनियर डॉक्टरों को किसी खास कंपनी की दवा लिखने को कहा जाता था. जब डॉक्टरों ने इसका विरोध किया तब छात्रों को फेल कर दिया गया.

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Published : Jul 10, 2019, 2:22 PM IST

कमेटी की बैठक

पटना: हाल ही में पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों की ओर से हड्डी विभाग के अध्यक्ष पर लगाए गए आरोपों का खुलासा हो गया है. तीन सदस्य कमेटी की हुई बैठक में रिपोर्ट को पीएमसीएच के प्राचार्य को सौंपा गया.

'आरोप पाया गया सही'
सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में पाया गया कि विभाग के डॉक्टर विजय कुमार के द्वारा जबरन जूनियर डॉक्टरों को किसी खास कंपनी की दवा लिखने को कहा जाता था. जब डॉक्टरों ने इसका विरोध किया तब छात्रों को फेल कर दिया गया. जिसके बाद डॉक्टरों ने हड़ताल कर दिया. हालांकि, इस पूरे मामले को मीडिया से दूर रखा गया है. लेकिन, सूत्रों की माने तो जांच रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया गया है.

पेश है रिपोर्ट

स्पेशल कमेटी की जांच
पीड़ित छात्र ने बताया कि एचओडी डॉक्टरों को किसी खास कंपनी की दवा देने को कहते थे. जब सबने इसका विरोध किया तो सभी को फेल कर दिया गया. जूनियर डॉक्टरों ने विरोध के लिए हड़ताल भी किया. जिसके बाद एक स्पेशल कमेटी गठित कर जांच की गई.

patna
पीएमसीएच

विभागाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग
बता दें कि जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष शंकर भारती ने अपने चार सूत्रीय मांगों को प्रिंसिपल और अधीक्षक के समक्ष रखा था. उन्होंने कहा था कि हड्डी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. विजय कुमार को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए. उन्होंने मांग कि जबतक जांच कमेटी की रिपोर्ट नहीं आती, तबतक उनको पद से तत्काल हटाया जाए ताकि वह जांच को प्रभावित न कर सकें.

पटना: हाल ही में पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों की ओर से हड्डी विभाग के अध्यक्ष पर लगाए गए आरोपों का खुलासा हो गया है. तीन सदस्य कमेटी की हुई बैठक में रिपोर्ट को पीएमसीएच के प्राचार्य को सौंपा गया.

'आरोप पाया गया सही'
सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में पाया गया कि विभाग के डॉक्टर विजय कुमार के द्वारा जबरन जूनियर डॉक्टरों को किसी खास कंपनी की दवा लिखने को कहा जाता था. जब डॉक्टरों ने इसका विरोध किया तब छात्रों को फेल कर दिया गया. जिसके बाद डॉक्टरों ने हड़ताल कर दिया. हालांकि, इस पूरे मामले को मीडिया से दूर रखा गया है. लेकिन, सूत्रों की माने तो जांच रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया गया है.

पेश है रिपोर्ट

स्पेशल कमेटी की जांच
पीड़ित छात्र ने बताया कि एचओडी डॉक्टरों को किसी खास कंपनी की दवा देने को कहते थे. जब सबने इसका विरोध किया तो सभी को फेल कर दिया गया. जूनियर डॉक्टरों ने विरोध के लिए हड़ताल भी किया. जिसके बाद एक स्पेशल कमेटी गठित कर जांच की गई.

patna
पीएमसीएच

विभागाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग
बता दें कि जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष शंकर भारती ने अपने चार सूत्रीय मांगों को प्रिंसिपल और अधीक्षक के समक्ष रखा था. उन्होंने कहा था कि हड्डी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. विजय कुमार को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए. उन्होंने मांग कि जबतक जांच कमेटी की रिपोर्ट नहीं आती, तबतक उनको पद से तत्काल हटाया जाए ताकि वह जांच को प्रभावित न कर सकें.

Intro:पीएमसीएच में हड्डी विभाग के विभागाध्यक्ष किसी खास कंपनी क की लिखते थे दवा,
3 सदस्य कमिटी की जांच रिपोर्ट से हुआ खुलासा
स्वास्थ्य विभाग को भेजा गया जांच रिपोर्ट


Body:बीते दिन जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल और हड्डी विभाग के विभागाध्यक्ष पर लगाए गए आरोप के बाद बनी तीन सदस्यी कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट पीएमसीएच के प्राचार्य को सौंप दिया है, जांच रिपोर्ट में यह मामला का खुलासा हुआ है कि विभागध्यक्ष डॉक्टर विजय कुमार एक किसी खास कंपनी की दवा लिखते थे और पीजी के छात्रों से जबरन उन्हें कंपनी की दवा लिखने को कहते थे, दवा नहीं लिखने पर उन्हें फेल कर दिया जाता था, इस बात को लेकर जेडीए ने 3 दिनों तक हड़ताल कर आंदोलन किया, जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने 3 सदस्य टीम बनाई थी जिसकी रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है की हड्डी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष किसी खास कंपनी की दवा लिखते थे, हालांकि इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट को मीडिया से दूर ही रखा गया है और कोई प्रशासनिक अधिकारी इसमें कुछ भी नहीं बोल रहे हैं
सूत्रों के मुताबिक यह जांच रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को आगे की कार्रवाई को लेकर भेजा गया है


Conclusion:गौरतलब है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद हड्डी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष पर कार्रवाई तय है वहीं पीजी के छात्रों के द्वारा लगाए गए आरोप सही पाया जा रहा है अब देखना यह होगा कि स्वास्थ्य विभाग इस पूरे मामले में क्या कुछ कार्रवाई करता है



बाईट-पिडीत पीजी छात्र,पीएमसीएच हड्डी विभाग
बाईट:-पिडीत पीजी छात्र ,पीएमसीएच
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