पटना: राजधानी में पटना पुलिस की लापरवाही का मामला सामने आया है. पुलिस ने बिना जांच किए बेकसूर को जेल भेज दिया और अपराधी बाहर घूम रहा है. यह मामला पत्रकार नगर थाने इलाके का है. जहां के स्थानीय निवासी कृष्णा साहनी पिछले डेढ़ साल से जेल में बंद है.
बता दें कि पुलिस को छेड़खानी और छिनतई के एक मामले में योगीपुर के कृष्णा कुमार की काफी दिनों से तलाश थी. लेकिन पुलिस ने 1 जून 2018 को योगीपुर इलाके के ही 55 वर्षीय मजदूर कृष्णा साहनी को गिरफ्तार कर जेल भेजकर अपनी कानूनी कार्रवाई पूरी कर ली. पिछले डेढ़ सालों से कृष्णा साहनी बिना जुर्म किए पटना के बेउर जेल में बंद हैं और उसके परिवार की हालात काफी दयनीय हो गई है.
क्या है मामला?
दरअसल पूरा मामला 15 जनवरी 2006 का है. जब सिद्धार्थ नाम के एक व्यक्ति ने पत्रकार नगर थाने में कृष्णा कुमार और मुन्ना साह पर मामला दर्ज करवाया. सिद्धार्थ ने दर्ज एफआईआर में आरोप लगाया था कि उसकी बहन के साथ शराब के नशे में धुत मुन्ना साह और कृष्णा कुमार ने छेड़खानी की. जिस पर स्थानीय लोगों ने उन्हें धर दबोचा और पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों को जेल भेज दिया. उसके कुछ दिनों बाद ही दोनों बेल पर रिहा होकर आया. लेकिन जब बेल टूट गया तो पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए आई. वहीं, उसके घर के पास मौजूद कृष्णा साहनी को ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. हालांकि गिरफ्तार होने के दौरान कृष्णा साहनी ने बताया कि वह कृष्णा कुमार नहीं है. लेकिन पुलिस उसकी एक न सुनी और उसे जेल भेज दिया. साथ ही कृष्णा साहनी की पत्नी किरण देवी ने इस मामले को लेकर थानेदार से काफी फरियाद की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है.
वरीय अधिकारी से मदद की गुहार
कृष्णा साहनी की पत्नी किरण देवी ने अपना दुख सुनाते हुए कहा कि उसके पति के जेल जाने के बाद से उनके परिवार की हालात काफी बिगड़े हुए हैं. क्योंकि उसका पति मजदूरी कर पूरे परिवार का पेट पालता था. कृष्णा साहनी के जेल जाने के बाद से वह आसपास के लोगों से कर्जा लेकर खाने पीने का जुगाड़ कर रही है. अभी के समय में उसे घर बेचने की नौबत आ गई है. वहीं, घर का माली हालात देखकर उसका 10 साल का बेटा दिल्ली कमाने गया है. वहीं, उन्होंने पुलिस के वरीय अधिकारी से मदद की गुहार लगाई है.