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कोरोना का डर और लॉकडाउन से बढ़ा सिरदर्द, सरकार और डॉक्टर कुछ ऐसे कर रहे मदद

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Published : May 17, 2020, 7:30 PM IST

Updated : May 17, 2020, 8:04 PM IST

कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए देशभर में लॉकडाउन लागू है. ऐसे में घर में कैद लोग डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं. मनोरोग विशेषज्ञ (साईकीएट्रीस्ट) इस बात की तस्दीक करते हैं. पढ़ें और देखें ये खास रिपोर्ट...

बिहार की खबर
बिहार की खबर

पटना: कोरोना महामारी के इस दौर में लोगों के बीच इस बीमारी का डर भी व्याप्त हो रहा है. किसी के छींकने या खांसने मात्र से लोग आशंकित हो जा रहे हैं कि कहीं उनके पास कोरोना ने तो दस्तक नहीं दे दी.

कोरोना संक्रमण की वो भयंकर बीमारी है, जो संपर्क में आने से फैलती है. लोगों के जहन में ये बात बखूबी घर कर गई है. इसके चलते लोग डिप्रेशन में आ रहे हैं. बिहार की जानी मानी मनोरोग चिकित्सक डॉ. बिंदा बताती है कि ऐसे समय में लोगों के अंदर चिड़चिड़ापन आ रहा है. यह बच्चों, बुजुर्गों, युवाओं में काफी अधिक हो रहा है. क्योंकि लोग फ्रेस्टेशन में आ गए हैं. यही कारण है कि बात-बात पर उन्हें गुस्सा आ जाता है और गुस्से में हो चीजों को उठापटक करने लगते हैं. मनोरोग विशेषज्ञों की मानें, तो उनके पास इस तरह के कई फोन कॉल आ रहे हैं और उनमें सबसे ज्यादा शिकायतें बच्चों में हैं. दूसरी ओर घर में पति-पत्नी के बीच भी झगड़े काफी बढ़ रहे हैं, जिसका कारण डिप्रेशन है.

ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट

कैसे दूर होगा कोरोना का डर
जहां केंद्र और राज्य सरकार कोरोना से बचाव को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग जैसी तमाम गाइडलाइन जारी कर रही है. वहीं, दूसरी ओर लोगों के भीतर कोरोना के डर को खत्म करने के लिए भी कदम उठाये जा रहे हैं. बात करें केंद्र सरकार की, तो केंद्र सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप के माध्यम से कोरोना के बचाव को लेकर एक प्रभावी कदम उठाया है. जो काफी हद तक लोगों के इस डर को दूर कर रहा है. दूसरी ओर बिहार सरकार ने हेल्प लाइन नंबर जारी कर लोगों को कोरोना के डर से निजात दिलाने का प्रभावी कदम उठाया है. वहीं, लोगों की लगातार काउंसलिंग की जा रही है.

बिहार सरकार का विज्ञापन
बिहार सरकार का विज्ञापन
  • बिहार में #BiharFightsCorona नाम से मुहीम शुरू की है.
  • स्वास्थ्य विभाग ने हेल्पलाइन नंबर 104 की शुरूआत की है.
  • इस हेल्पलाइन नंबर पर रोजाना तकरीबन 1500 फोन कॉल्स आ रही हैं.
  • इनमें से कई फोन कॉल्स कोरोना के डर को लेकर आ रही हैं.

बिहार राज्य हेल्थ सोसाइटी की कोरोना सर्विलांस ऑफिसर डॉ. रागिनी मिश्रा बताती है कि ऐसे लोगों की लगातार काउंसलिंग की जा रही है.

फेक न्यूज पर लगाम
बिहार सरकार विज्ञापनों के माध्यम से कोरोना के बचाव और ज्यादा पैनिक न होने का प्रचार-प्रसार कर रही है. लोगों के मनोबल कमजोर न पड़े, इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं. भ्रमक खबरें, फेक न्यूज, जो लोगों के दिलों-दिमाग पर गहरा असर डालती हैं उसपर लगाम लगायी जा रही है. इस बाबत डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय लगातार लोगों से पैनिक न होने की अपील भी कर रहे हैं.

हेल्पलाइन नंबर
हेल्पलाइन नंबर (जीएफएक्स- ईटीवी भारत)

डॉक्टर की सलाह
वहीं, डॉक्टर भी लगातार लोगों को ब्रीफ कर रहे हैं कि सभी मानसिक रूप से मजबूत रहें. कोरोना को हराने के लिए मानसिक संतुलन ज्यादा जरूरी है. वो कुछ सलाह भी दे रहे हैं.

  • योगा और व्यायाम करें.
  • पढ़ने वाले बच्चे ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई जारी रखें.
  • रोजाना अखबार, किताबें और मैगजीन पढ़ें.
  • ज्यादा से ज्यादा घर के कामों को करें.
  • टीवी पर आ रहे प्रचलित प्रोग्रामों जैसे रामायण आदि को परिवार के साथ मिलकर देखें.
  • चिड़चिड़ेपन की स्थिति में ज्यादा न सोचें, भरपूर नींद लें.
  • पैनिक न हो, तनाव की स्थिति में डॉक्टरी सलाह लें.

पटना: कोरोना महामारी के इस दौर में लोगों के बीच इस बीमारी का डर भी व्याप्त हो रहा है. किसी के छींकने या खांसने मात्र से लोग आशंकित हो जा रहे हैं कि कहीं उनके पास कोरोना ने तो दस्तक नहीं दे दी.

कोरोना संक्रमण की वो भयंकर बीमारी है, जो संपर्क में आने से फैलती है. लोगों के जहन में ये बात बखूबी घर कर गई है. इसके चलते लोग डिप्रेशन में आ रहे हैं. बिहार की जानी मानी मनोरोग चिकित्सक डॉ. बिंदा बताती है कि ऐसे समय में लोगों के अंदर चिड़चिड़ापन आ रहा है. यह बच्चों, बुजुर्गों, युवाओं में काफी अधिक हो रहा है. क्योंकि लोग फ्रेस्टेशन में आ गए हैं. यही कारण है कि बात-बात पर उन्हें गुस्सा आ जाता है और गुस्से में हो चीजों को उठापटक करने लगते हैं. मनोरोग विशेषज्ञों की मानें, तो उनके पास इस तरह के कई फोन कॉल आ रहे हैं और उनमें सबसे ज्यादा शिकायतें बच्चों में हैं. दूसरी ओर घर में पति-पत्नी के बीच भी झगड़े काफी बढ़ रहे हैं, जिसका कारण डिप्रेशन है.

ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट

कैसे दूर होगा कोरोना का डर
जहां केंद्र और राज्य सरकार कोरोना से बचाव को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग जैसी तमाम गाइडलाइन जारी कर रही है. वहीं, दूसरी ओर लोगों के भीतर कोरोना के डर को खत्म करने के लिए भी कदम उठाये जा रहे हैं. बात करें केंद्र सरकार की, तो केंद्र सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप के माध्यम से कोरोना के बचाव को लेकर एक प्रभावी कदम उठाया है. जो काफी हद तक लोगों के इस डर को दूर कर रहा है. दूसरी ओर बिहार सरकार ने हेल्प लाइन नंबर जारी कर लोगों को कोरोना के डर से निजात दिलाने का प्रभावी कदम उठाया है. वहीं, लोगों की लगातार काउंसलिंग की जा रही है.

बिहार सरकार का विज्ञापन
बिहार सरकार का विज्ञापन
  • बिहार में #BiharFightsCorona नाम से मुहीम शुरू की है.
  • स्वास्थ्य विभाग ने हेल्पलाइन नंबर 104 की शुरूआत की है.
  • इस हेल्पलाइन नंबर पर रोजाना तकरीबन 1500 फोन कॉल्स आ रही हैं.
  • इनमें से कई फोन कॉल्स कोरोना के डर को लेकर आ रही हैं.

बिहार राज्य हेल्थ सोसाइटी की कोरोना सर्विलांस ऑफिसर डॉ. रागिनी मिश्रा बताती है कि ऐसे लोगों की लगातार काउंसलिंग की जा रही है.

फेक न्यूज पर लगाम
बिहार सरकार विज्ञापनों के माध्यम से कोरोना के बचाव और ज्यादा पैनिक न होने का प्रचार-प्रसार कर रही है. लोगों के मनोबल कमजोर न पड़े, इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं. भ्रमक खबरें, फेक न्यूज, जो लोगों के दिलों-दिमाग पर गहरा असर डालती हैं उसपर लगाम लगायी जा रही है. इस बाबत डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय लगातार लोगों से पैनिक न होने की अपील भी कर रहे हैं.

हेल्पलाइन नंबर
हेल्पलाइन नंबर (जीएफएक्स- ईटीवी भारत)

डॉक्टर की सलाह
वहीं, डॉक्टर भी लगातार लोगों को ब्रीफ कर रहे हैं कि सभी मानसिक रूप से मजबूत रहें. कोरोना को हराने के लिए मानसिक संतुलन ज्यादा जरूरी है. वो कुछ सलाह भी दे रहे हैं.

  • योगा और व्यायाम करें.
  • पढ़ने वाले बच्चे ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई जारी रखें.
  • रोजाना अखबार, किताबें और मैगजीन पढ़ें.
  • ज्यादा से ज्यादा घर के कामों को करें.
  • टीवी पर आ रहे प्रचलित प्रोग्रामों जैसे रामायण आदि को परिवार के साथ मिलकर देखें.
  • चिड़चिड़ेपन की स्थिति में ज्यादा न सोचें, भरपूर नींद लें.
  • पैनिक न हो, तनाव की स्थिति में डॉक्टरी सलाह लें.
Last Updated : May 17, 2020, 8:04 PM IST
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