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आवारा घूमने वाले बेजुबानों को वेटनरी डॉक्टर खिला रहे खाना

वेटनरी डॉक्टर डॉ अंशु ने बताया कि सड़कों पर घूम रहे आवारा पशु कुत्ता-कौओं को मोबाइल वैन पर लादकर हर चौक-चौराहों पर घूम-घूमकर खाना खिलाया जा रहा है. डॉ अंशु ने बताया सड़कों पर घूम रहे करीब 100 से 120 आवारा कुत्तों को वह रोज खिचड़ी चावल मांस और पेट-फूड खिला रहे.

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Published : May 14, 2020, 8:55 PM IST

पशुपालन विभाग की पहल
पशुपालन विभाग की पहल

पटना: लॉकडाउन में जहां हर कोई इसानों का पेट भरने के लिए आगे आ रहा है. वहीं शहर में घूम रहे बेसहारा पशुओं पर किसी का ध्यान नहीं है. ऐसे में इन जानवरों का पेट भरने के लिए अब सरकारी कर्मियों ने मोर्चा संभाल लिया है. दरअसल, शहर के आवारा भूखे-पशुओं को अब पशुपालन विभाग के वेटनरी डॉक्टर्स खाना खिलाएंगे.

'कुत्ता-कौओं को खाना खिला रहे'
इस बाबात वेटनरी डॉक्टर डॉ अंशु ने बताया कि सड़कों पर घूम रहे आवारा पशु कुत्ता-कौओं को मोबाइल वैन पर लादकर हर चौक-चौराहों पर घूम-घूमकर खाना खिलाया जा रहा है. डॉ अंशु ने बताया सड़कों पर घूम रहे करीब 100 से 120 आवारा कुत्तों को वह रोज खिचड़ी चावल मांस और पेट-फूड खिला रहे. उन्होंने बताया कि कौआ-कुत्ते के साथ शहर के सड़कों पर घूम रहे बड़े पशुओं को भी वेटनरी टीम खाना उपलब्ध करा रही है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'लॉकडाउन के वजह से पशु भी संकट में'
डॉ. अंशु बताते हैं कि लॉकडाउन के बाद सड़क पर रह रहें आवारा पशु और कुत्तों को भी खाने की समस्या हो गई है. अगर इन आवारा कुत्तों को समय पर खाना ना मिले तो यह लोगों को काटने के लिए दौड़ पड़ते हैं. बंदी के दौरान पशु पक्षियों के भी दाना-पानी पर आफत आन पड़ी है.

खिचड़ी खा रहा कुत्ता
खिचड़ी खा रहा कुत्ता

'आपदा के इस समय में पशुपालन विभग भी तत्पर'
गौरतलब है कि इस संकट काल में हर आमोखास परेशान है. मानवीय क्रियाकलाप पूरी तरह से ठप है. इस वजह से सड़कों पर रहने वाले पशुओं समेत पंछियों के दाना-पानी पर भी संकट मंडराने लगा है. इस स्थिति को देखते हुए जिला पशुपालन विभाग की ओर से ऐसे पशुओं के लिए खाने की व्यवस्था की गई है. जो शहर के सड़कों पर आवरा तौर पर घूम रहे हैं.

पटना: लॉकडाउन में जहां हर कोई इसानों का पेट भरने के लिए आगे आ रहा है. वहीं शहर में घूम रहे बेसहारा पशुओं पर किसी का ध्यान नहीं है. ऐसे में इन जानवरों का पेट भरने के लिए अब सरकारी कर्मियों ने मोर्चा संभाल लिया है. दरअसल, शहर के आवारा भूखे-पशुओं को अब पशुपालन विभाग के वेटनरी डॉक्टर्स खाना खिलाएंगे.

'कुत्ता-कौओं को खाना खिला रहे'
इस बाबात वेटनरी डॉक्टर डॉ अंशु ने बताया कि सड़कों पर घूम रहे आवारा पशु कुत्ता-कौओं को मोबाइल वैन पर लादकर हर चौक-चौराहों पर घूम-घूमकर खाना खिलाया जा रहा है. डॉ अंशु ने बताया सड़कों पर घूम रहे करीब 100 से 120 आवारा कुत्तों को वह रोज खिचड़ी चावल मांस और पेट-फूड खिला रहे. उन्होंने बताया कि कौआ-कुत्ते के साथ शहर के सड़कों पर घूम रहे बड़े पशुओं को भी वेटनरी टीम खाना उपलब्ध करा रही है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'लॉकडाउन के वजह से पशु भी संकट में'
डॉ. अंशु बताते हैं कि लॉकडाउन के बाद सड़क पर रह रहें आवारा पशु और कुत्तों को भी खाने की समस्या हो गई है. अगर इन आवारा कुत्तों को समय पर खाना ना मिले तो यह लोगों को काटने के लिए दौड़ पड़ते हैं. बंदी के दौरान पशु पक्षियों के भी दाना-पानी पर आफत आन पड़ी है.

खिचड़ी खा रहा कुत्ता
खिचड़ी खा रहा कुत्ता

'आपदा के इस समय में पशुपालन विभग भी तत्पर'
गौरतलब है कि इस संकट काल में हर आमोखास परेशान है. मानवीय क्रियाकलाप पूरी तरह से ठप है. इस वजह से सड़कों पर रहने वाले पशुओं समेत पंछियों के दाना-पानी पर भी संकट मंडराने लगा है. इस स्थिति को देखते हुए जिला पशुपालन विभाग की ओर से ऐसे पशुओं के लिए खाने की व्यवस्था की गई है. जो शहर के सड़कों पर आवरा तौर पर घूम रहे हैं.

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