पटना: सचिव सूचना और जन-सम्पर्क अनुपम कुमार, सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार, सचिव जल संसाधन संजीव हंस और अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम और विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर सरकार की ओर से किये जा रहे कार्यों के संबंध में अद्यतन जानकारी दी. सूचना सचिव ने कहा जांच बढ़ने से रिकवरी रेट अब 80% से अधिक पहुंच गया है.
समीक्षा कर समुचित कार्रवाई
सचिव, सूचना और जन-सम्पर्क अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार की ओर से नियमित समीक्षा कर समुचित कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि कोरोना जांच तेजी से करायी जा रही है और प्रतिदिन एक लाख से ऊपर जांच की जा रही है.
रिकवरी रेट बढ़कर 80.60 प्रतिशत
कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. यही कारण है कि रिकवरी रेट बढ़कर 80.60 प्रतिशत हो गया है. जो राष्ट्रीय औसत से लगभग 5.6 प्रतिशत अधिक है. उन्होंने बताया कि रोजगार सृजन पर सरकार का पूरा ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 5 लाख 58 हजार 732 योजनाओं के अंतर्गत 13 करोड़ 85 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है.
24 घंटे में 3,082 लोग हुए स्वस्थ
सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 3,082 लोग स्वस्थ हुए हैं और अब तक 98,454 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं. बिहार का रिकवरी रेट 80.60 प्रतिशत है. विगत 24 घंटे में कोविड-19 के 2,247 नये मामले सामने आये हैं. वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 23,091 एक्टिव मरीज हैं. उन्होंने बताया कि 22 अगस्त को 1,01,036 सैंपल्स की जांच की गई है और अब तक की गयी कुल जांच की संख्या 24,32,497 है.
गाइड लाइन का अनुपालन
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार की ओर से 1 अगस्त से लागू अनलॉक-3 के तहत जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है. पिछले 24 घंटे में 1 कांड दर्ज किया गया है और किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं हुई है. इस दौरान 774 वाहन जब्त किये गये हैं और 16 लाख 48 हजार 200 रुपये की राशि जुर्माने के रुप में वसूल की गई है.
104 लोगों की गिरफ्तारी
इस प्रकार 1 अगस्त से अब तक 63 कांड दर्ज किये गए हैं और 104 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है. कुल 15,532 वाहन जब्त किए गए हैं और 4 करोड़ 1 लाख 98 हजार 70 रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है. उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वाले लोगों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है. पिछले 24 घंटे में मास्क नहीं पहनने वाले 3,810 व्यक्तियों से 1 लाख 90 हजार 500 रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है.
मास्क नहीं पहनने पर कार्रवाई
इस प्रकार 1 अगस्त से अब तक मास्क नहीं पहनने वाले 1,14,345 व्यक्तियों से 57 लाख 17 हजार 250 रुपये की जुर्माना राशि वसूल की गयी है. कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और नए दिशा-निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं.
गंगा के जलस्तर में वृद्धि
सचिव जल संसाधन संजीव हंस ने बताया कि गंडक नदी में आज 12 बजे दिन में 1,31,500 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति बढ़ने की है. गंगा नदी का जलस्तर गांधी घाट, हाथीदह और कहलगांव में आज सुबह 6 बजे खतरे के निशान से ऊपर है. विगत 24 घंटे में गंगा नदी के जलस्तर में बक्सर, गांधी घाट, दीघा, हाथीदह और कहलगांव में क्रमशः 24 सेंटीमीटर, 8 सेंटीमीटर, 7 सेंटीमीटर, 12 सेंटीमीटर और 1 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है. जबकि मुंगेर और भागलपुर में जलस्तर स्थिर है.
जलस्तर खतरे के निशान से नीचे
कोशी नदी का जलस्तर बलतारा अवस्थित गेज स्थल के पास 35.24 मीटर दर्ज किया गया है. जो खतरे के निशान 33.85 मीटर से 1.39 मीटर ऊपर है. सोन नदी में आज 12 बजे दिन में 61,229 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति घटने की है. बागमती नदी का जलस्तर कटौझा, बेनीबाद और हायाघाट गेज स्थलों पर खतरे के निशान से ऊपर है. जबकि ढेंग, सोनाखान, डूब्बाधार और कनसार/चंदौली गेज स्थलों पर जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है.
खतरे के निशान से ऊपर
कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर वीयर के डाउनस्ट्रीम और झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से क्रमशः 0.45 मीटर और 0.55 मीटर नीचे है. महानंदा नदी का जलस्तर तैयबपुर और ढेंगराघाट गेज स्थल पर खतरे के निशान से 1.72 मी और 1.36 मी नीचे है. अधवारा नदी का जलस्तर सोनवर्षा, सुंदरपुर और पुपरी गेज स्थल पर खतरे के निशान से नीचे है.
बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर समस्तीपुर रेल पुल, रोसरा रेल पुल और खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर है. घाघरा नदी का जलस्तर दरौली और गंगपुर सिसवन में खतरे के निशान से 0.45 मीटर और 0.49 मीटर ऊपर है.
नदियों पर अवस्थित तटबंध सुरक्षित
मुख्य अभियंता गोपालगंज परिक्षेत्राधीन सारण तटबंध सारण, भैसही पुरैना छरकी, बंधौली शीतलपुर फैजुल्लाहपुर जमींदारी बांध और बैकुंठपुर रिटायर्ड लाईन और मुख्य अभियंता, मुजफ्फरपुर परिक्षेत्राधीन चंपारण तटबंध के क्षतिग्रस्त भाग को छोड़कर शेष राज्य में विभिन्न नदियों पर अवस्थित तटबंध सुरक्षित हैं. जल संसाधन विभाग की ओर से सतत् निगरानी और चौकसी बरती जा रही है.
16 जिलों बाढ़ से प्रभावित
अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है. नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिलों के कुल 130 प्रखंडों की 1,333 पंचायतें प्रभावित हुई है. जहां आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. खगड़िया में 1 और समस्तीपुर में 5 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं.
राहत और बचाव का कार्य जारी
इन सभी 6 राहत शिविरों में कुल 5,186 लोग आवासित हैं. 219 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं. जिनमें प्रतिदिन 1,78,551 लोग भोजन कर रहे हैं. सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव का कार्य कर रही है और अब तक प्रभावित इलाकों से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और नाव के माध्यम से 5,50,792 लोगों को निष्क्रमित किया गया है.
बाढ़ प्रभावित 9,62,617 परिवारों को जीआर की राशि 6,000 रुपये की दर से कुल 577.57 करोड़ रुपये का भुगतान उनके बैंक खाते में किया जा चुका है. ऐसे परिवारों को एसएमएस के माध्यम से सूचित भी किया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग संपूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है.