पटना: बिहार ट्रक ओनर्स एसोसिएशन ने 21 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. इस हड़ताल का आज दूसरा दिन है. ट्रक ओनर्स ने बिहार सरकार के खिलाफ ये हड़ताल की है. ट्रक मालिकों ने सरकार के अधिकारियों पर शोषण करने समेत कई आरोप लगाया है.
राजधानी पटना में भी ट्रक मालिकों के हड़ताल का असर देखने को मिला. पटना के जीरो माइल में गांधी सेतू के सड़क पर ट्रकों को खड़ाकर एसोसिएशन के लोगों ने सरकार और प्रशाशन के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान ट्रक मालिकों ने परिवहन विभाग पर आरोप लगाया कि रोज नए-नए कानून बनाकर पैसे की उगाही की जा रही है. साथ ही परिवहन अधिनियम 1988 को ही लागू करने की मांग की.
बंका में भी दिखा असर
बिहार ट्रक ओनर्स एसोसिएशन के हड़ताल का असर बांका में भी देखने को मिला. जहां 3 हजार ट्रकों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया. इस अनिश्चितकालीन हड़ताल से ट्रक चालक संघ ने जरूरी सेवा में लगे ट्रक को बहार रखा है. वहीं, आंदोलन काे सफल बनाने में लगे संघ के सदस्यों ने कहा कि जबतक मांगे पूरी नहीं हाेती और एसाेसिएशन की ओर से कोई आदेश नहीं आता तबतक आंदोलन जारी रहेगा.
मांग पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन
बेतिया में ट्रक ओनर्स एसोसिएशन के अनिश्चिकालीन हड़ताल के कारण एनएच के किनारे ट्रकों की लंबी लाइन लग गई. वहीं, एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रामाशीष राव ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों और विभाग के नए-नए नियमों और शोषण के कारण ट्रक मालिक परेशान हैं. ट्रक मालिकों से लूट खसोट हो रही है. डाक्यूमेंट के नाम पर मालिकों को परेशान किया जा रहा है. ऐसे में जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी वे लोग हड़ताल जारी रखेंगे.
पिछली बार के 14 सूत्री मांगों को नहीं किया गया पूरा
भागलपुर में एसोसिएशन की हड़ताल की वजह से जगह-जगह ट्रकों का लाइन लगी रही. वहीं, भागलपुर जिला ट्रक ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष के नेतृत्व में विरोध मार्च निकालकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया. इस दौरान बिहार ट्रक ओनर्स एसोसिएशन के जिला प्रवक्ता बबलू मंडल ने कहा कि पिछले 22 अक्टूबर को भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की गई थी. उस समय सरकार ने 14 सूत्री मांग को पूरा करने का आश्वासन देकर जाम को स्थगित कर दी, लेकिन एक भी मांग अब तक पूरी नहीं की गई है.