पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नेपाल और गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के मद्देनजर निर्देश जारी किया है. उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश जारी किया है. आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग बाढ़ को लेकर पूरे तरीके से सचेत है. बिहार के संभावित 25 जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम की तैनाती कर दी गई गई है. आपदा मुख्यालय में 5 टीमों को रिजर्व में रखा गया है, जरूरत के हिसाब से इन्हें भी प्रभारी जिले में भेजा जाएगा.
आपदा विभाग चला रहा सामुदायिक रसोई
आपदा मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने बताया कि सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, और पूर्वी चंपारण के 34 प्रभावित प्रखंड की संख्या है. इसके साथ ही कुल 190 प्रभावित पंचायतों की संख्या है. इन जिलों में 3,50,378 लोग प्रभावित हैं. वहीं निस्क्रमिट जनसंख्या 13,535 है. कुल 5 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. राहत शिविर में रहने वाले कुल 1,075 लोग हैं. वहीं बिहार सरकार के सहयोग से आपदा विभाग कुल 8 जिलों में 35 सामुदायिक रसोई चला रहा रहा है. इसमें 27,204 लोग प्रतिदिन भोजन करते हैं.
ऊंचे स्थानों को किया गया चिन्हित
आपदा विभाग के अनुसार कोविड-19 के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखा जा रहा है. इसके साथ ही महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है. सभी राहत शिविर में मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था राज्य सरकार की ओर से किया गया है. इसके साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ऊंचे स्थल का निरीक्षण कर उसे चिन्हित कर लिया गया है. इसके साथ ही जरूरत के हिसाब से लोगों को राहत शिविर पहुंचाया जा रहा है. वहीं कम्युनिटी किचन के माध्यम से उन्हें भोजन मुहैया कराया जा रहा है.