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लॉकडाउन में कोरोना संदिग्धों को अस्पताल पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रही है डायल 102 - Patna

कोरोना संकट में 'डायल 102' एंबुलेंस काफी कारगर साबित हो रही है. राज्य के अलग-अलग हिस्सों में लोग इस नंबर पर कॉल कर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं. विभाग का दावा है कि 15-20 मिनट में यह आपके घर तक पहुंच सकती है.

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Published : Apr 12, 2020, 6:54 PM IST

पटना: डायल 102, इस टॉल फ्री नंबर पर कॉल करते ही 15 से 20 मिनट में आपके घर तक एंबुलेंस की गाड़ी पहुंच जाएगी. कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग के लिए बिहार के तमाम जिलों में पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस मुहैया कराई गई है ताकि कोरोना संदिग्धों को फौरन अस्पताल में भर्ती कराया जा सके.

डायल 102 सुविधा के तहत एक हजार से ज्यादा एंबुलेंस स्वास्थ्य विभाग के पास मौजूद है. साथ ही कोरोना संकट के दौरान 50 नए एंबुलेंस उपलब्ध कराए गए हैं. इस एंबुलेंस में तमाम जरूरी सुविधाएं मौजूद हैं. साथ ही चालक को भी पीपीई किट और दूसरी जरूरी चीजें भी दी गई है, ताकि कोरोनो संदिग्धों के संपर्क में आने के बावजूद वे सुरक्षित रहें.

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डायल 102 एंबुलेंस

चालक को भी मिली है पीपीई किट

एंबुलेंस चालक कहते हैं कि जैसे ही हमें सूचना मिलती है, हम फौरन कोरोना संदिग्ध को घर से लाने के लिए निकल पड़ते हैं. जो पीपीई किट मिली है, उसे अच्छे से पहने लेते हैं. वे कहते हैं कि एंबुलेंस में हम दो लोग रहते हैं. बाकी संदिग्ध के साथ एक अंटेंडेट भी होता है.

संवाददाता कुंदन की रिपोर्ट

संकट में डायल 102 काफी सफल

राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यकारी निदेशक मनोज कुमार का दावा है कि बिहार में डायल 102 एंबुलेंस बेहतरीन तरीके से काम कर रही है. अबतक कहीं से भी किसी तरह की कोई शिकायत नहीं आई है. वे कहते हैं कि कोरोना संकट में राज्य के किसी भी हिस्से के लोग इस स्वास्थ्य सेवा का लाभ ले सकते हैं. कोरोना संकट के कारण जारी लॉकडाउन में जिस तरह से डायल 102 एंबुलेंस चौबीसो घंटे और सातों दिन काम कर रही है, वह आम लोगों के लिए सुकून देने वाली है. क्योंकि इन एंबुलेंस के कारण बड़ी संख्या में लोग समय रहते अस्पताल तक पहुंच पा रहे हैं, जिससे उनका वक्त पर इलाज हो पा रहा है.

पटना: डायल 102, इस टॉल फ्री नंबर पर कॉल करते ही 15 से 20 मिनट में आपके घर तक एंबुलेंस की गाड़ी पहुंच जाएगी. कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग के लिए बिहार के तमाम जिलों में पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस मुहैया कराई गई है ताकि कोरोना संदिग्धों को फौरन अस्पताल में भर्ती कराया जा सके.

डायल 102 सुविधा के तहत एक हजार से ज्यादा एंबुलेंस स्वास्थ्य विभाग के पास मौजूद है. साथ ही कोरोना संकट के दौरान 50 नए एंबुलेंस उपलब्ध कराए गए हैं. इस एंबुलेंस में तमाम जरूरी सुविधाएं मौजूद हैं. साथ ही चालक को भी पीपीई किट और दूसरी जरूरी चीजें भी दी गई है, ताकि कोरोनो संदिग्धों के संपर्क में आने के बावजूद वे सुरक्षित रहें.

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डायल 102 एंबुलेंस

चालक को भी मिली है पीपीई किट

एंबुलेंस चालक कहते हैं कि जैसे ही हमें सूचना मिलती है, हम फौरन कोरोना संदिग्ध को घर से लाने के लिए निकल पड़ते हैं. जो पीपीई किट मिली है, उसे अच्छे से पहने लेते हैं. वे कहते हैं कि एंबुलेंस में हम दो लोग रहते हैं. बाकी संदिग्ध के साथ एक अंटेंडेट भी होता है.

संवाददाता कुंदन की रिपोर्ट

संकट में डायल 102 काफी सफल

राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यकारी निदेशक मनोज कुमार का दावा है कि बिहार में डायल 102 एंबुलेंस बेहतरीन तरीके से काम कर रही है. अबतक कहीं से भी किसी तरह की कोई शिकायत नहीं आई है. वे कहते हैं कि कोरोना संकट में राज्य के किसी भी हिस्से के लोग इस स्वास्थ्य सेवा का लाभ ले सकते हैं. कोरोना संकट के कारण जारी लॉकडाउन में जिस तरह से डायल 102 एंबुलेंस चौबीसो घंटे और सातों दिन काम कर रही है, वह आम लोगों के लिए सुकून देने वाली है. क्योंकि इन एंबुलेंस के कारण बड़ी संख्या में लोग समय रहते अस्पताल तक पहुंच पा रहे हैं, जिससे उनका वक्त पर इलाज हो पा रहा है.

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