पटना: डायल 102, इस टॉल फ्री नंबर पर कॉल करते ही 15 से 20 मिनट में आपके घर तक एंबुलेंस की गाड़ी पहुंच जाएगी. कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग के लिए बिहार के तमाम जिलों में पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस मुहैया कराई गई है ताकि कोरोना संदिग्धों को फौरन अस्पताल में भर्ती कराया जा सके.
डायल 102 सुविधा के तहत एक हजार से ज्यादा एंबुलेंस स्वास्थ्य विभाग के पास मौजूद है. साथ ही कोरोना संकट के दौरान 50 नए एंबुलेंस उपलब्ध कराए गए हैं. इस एंबुलेंस में तमाम जरूरी सुविधाएं मौजूद हैं. साथ ही चालक को भी पीपीई किट और दूसरी जरूरी चीजें भी दी गई है, ताकि कोरोनो संदिग्धों के संपर्क में आने के बावजूद वे सुरक्षित रहें.
चालक को भी मिली है पीपीई किट
एंबुलेंस चालक कहते हैं कि जैसे ही हमें सूचना मिलती है, हम फौरन कोरोना संदिग्ध को घर से लाने के लिए निकल पड़ते हैं. जो पीपीई किट मिली है, उसे अच्छे से पहने लेते हैं. वे कहते हैं कि एंबुलेंस में हम दो लोग रहते हैं. बाकी संदिग्ध के साथ एक अंटेंडेट भी होता है.
संकट में डायल 102 काफी सफल
राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यकारी निदेशक मनोज कुमार का दावा है कि बिहार में डायल 102 एंबुलेंस बेहतरीन तरीके से काम कर रही है. अबतक कहीं से भी किसी तरह की कोई शिकायत नहीं आई है. वे कहते हैं कि कोरोना संकट में राज्य के किसी भी हिस्से के लोग इस स्वास्थ्य सेवा का लाभ ले सकते हैं. कोरोना संकट के कारण जारी लॉकडाउन में जिस तरह से डायल 102 एंबुलेंस चौबीसो घंटे और सातों दिन काम कर रही है, वह आम लोगों के लिए सुकून देने वाली है. क्योंकि इन एंबुलेंस के कारण बड़ी संख्या में लोग समय रहते अस्पताल तक पहुंच पा रहे हैं, जिससे उनका वक्त पर इलाज हो पा रहा है.