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बिहार में घातक हुआ कोरोना: एम्स में IAS अधिकारी ने तोड़ा दम, 48 घंटे में 23 की मौत - Corona became fatal in Bihar

बिहार में कोरोना से बीमार हो रहे लोगों की रिकवरी रेट में भी लगातार गिरावट हो रही है. मंगलवार को इस बीमारी ने बिहार में अबतक का सारा रिकॉर्ड तोड़ दिया. पिछले 48 घंटे में कोरोना से 23 लोगों की मौत हो गई. देखें पूरी रिपोर्ट

पटना
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Published : Apr 13, 2021, 7:48 PM IST

पटना: बिहार में कोरोना संक्रमित होने के बाद मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी की कोरोना से मौत हो गई है. इसी के साथ अब तक पटना में 24 घंटे में कोरोना से 23 लोगों की जान गई है.

जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को पंचायती राज विभाग के संयुक्त सचिव सह भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी विजय राज की एम्स में मौत हो गई. विजय राज कोरोना संक्रमित होने के बाद पटना एम्स में भर्ती कराए गए थे.

बिहार में 48 घंटे में 23 मौत
वहीं, कोरोना से हो रही मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. हर दिन मरने वालों का आंकड़ा रिकॉर्ड तोड़ने वाला है. सोमवार को 24 घंटे में 11 लोगों की मौत हुई है. जानकारी के मुताबिक, पटना के पीएमसीएच में 5, एनएमसीएच में 3 और एम्स में 3 संक्रमितों की मौत हुई है. इस बीच मंगलवार को पीएमसीएच में 7 मरीजों की मौत की खबर है. साथ ही, एनएमसीएच में 4 संक्रमितों की खबर है. इस बीच एम्स में एक आईएएस अधिकारी ने दम तोड़ा है.

यह भी पढ़ें: NMCH: स्वास्थ्य मंत्री कर रहे थे कोविड वार्ड का दौरा, बाहर हो गयी एक संक्रमित की मौत

कम हुआ 'रिकवरी रेट'
बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि के बाद रिकवरी रेट (संक्रमणमुक्त होने की दर) में भी गिरावट जारी है. बिहार का रिकवरी रेट पिछले महीने 99 प्रतिशत से ज्यादा दर्ज किया गया था, जो गिरकर अब 93 प्रतिशत तक पहुंच गया है. स्वास्थ्य विभाग की माने तो संक्रमितों की संख्या में वृद्धि के बाद संक्रमणमुक्त होने की दर में गिरावट आई है, जिससे रिकवरी रेट गिरा है.

स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकडों पर गौर करें, तो पिछले पांच दिनों में कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर में तीन प्रतिशत की गिरावट आई है. आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में सात अप्रैल को 85,050 नमूनों की जांच की गई थी, इनमें से 1527 नए संक्रमित मिले थे. राज्य में इस दिन संक्रमण दर 1.79 प्रतिशत थी, जबकि स्वस्थ होने की दर 97.24 प्रतिशत थी.

संक्रमणमुक्त होने की दर में लगातार गिरावट
विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में 20 मार्च को संक्रमणमुक्त होने की दर 99.23 प्रतिशत दर्ज की गई थी, जिसमें लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. 25 मार्च को संक्रमणमुक्त होने की दर गिरकर 99.06 प्रतिशत तक पहुंच गया था, जबकि उसके बाद यानी 31 मार्च यह दर गिरकर 98.81 फीसदी दर्ज की गई थी.

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, आठ अप्रैल को संक्रमणमुक्त होने की दर 96.68 प्रतिशत दर्ज की गई, जबकि नौ अप्रैल को यह गिरकर 96.03 प्रतिशत और 10 अप्रैल को लुढ़ककर 95.13 प्रतिशत तक पहुंच गया. 11 अप्रैल को यह आंकड़ा लुढ़ककर 94.24 प्रतिशत तक पहुंच गया.

कम हुआ 'रिकवरी रेट'
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी कहते हैं कि राज्य में 12 अप्रैल को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 80,018 नमूनों की जांच की गई थी, जिसमें 2,999 नए संक्रमितों की पहचान की गई थी. इसी दौरान 636 लोग संक्रमणमुक्त होकर अपने घर भी गए. इस तरह राज्य में सोमवार का रिकवरी रेट 93.48 प्रतिशत तक पहुंच गया.

एक्टिव मरीजों की संख्या में भी वृद्धि
इधर, संक्रमणमुक्त होने की दर घटने से सक्रिय मरीजों की संख्या में भी वृद्धि दर्ज की जा रही है. पटना में संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बाद 289 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं.

पटना सदर में माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या 163
बताया जाता है कि संक्रमितों की संख्या ग्रामीण क्षेत्रों से अधिक शहरी क्षेत्रों में है. पटना सदर अनुमंडल में माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या 163 है, जबकि पालीगंज में माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या मात्र नौ है. इधर, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य के सभी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.

बेड बढ़ाने वे अधिक से अधिक जांच करने के निर्देश
इस बीच, मंगल पांडेय ने कहा कि पटना एम्स, पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित सभी अस्पतालों में बेड बढ़ाने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि अधिकरियों को संपर्क में आए लोगों की अधिक से अधिक जांच करने के निर्देश दिए गए हैं और जिले के सविल सर्जनों को होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के भी फीडबैक लेने के निर्देश दिए गए हैं.

सोमवार को कोरोना के 2,999 नए पॉजिटिव मामले
बता दें कि राज्य में सोमवार को कोरोना के 2,999 नए पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद फिलहाल बिहार के 38 जिलों में कोविड-19 के 17,052 सक्रिय मरीज हैं. पिछले 24 घंटे के दौरान 80,018 नमूनों की जांच की गई.

यह भी पढ़ें: यात्रियों की सुविधा के लिए स्पेशल ट्रेनों के संचालन अवधि में विस्तार, ये रही पूरी जानकारी

यह भी पढ़ें: कोरोना बेकाबू: रेमडेसिविर की बढ़ी डिमांड, कालाबाजारी रोकने के लिए ड्रग इंस्पेक्टर तैनात

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यह भी पढ़ें: बिहार में कोरोना से बिगड़े हालात, PPE किट पहनकर NMCH पहुंचे मंगल पांडेय

पटना: बिहार में कोरोना संक्रमित होने के बाद मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी की कोरोना से मौत हो गई है. इसी के साथ अब तक पटना में 24 घंटे में कोरोना से 23 लोगों की जान गई है.

जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को पंचायती राज विभाग के संयुक्त सचिव सह भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी विजय राज की एम्स में मौत हो गई. विजय राज कोरोना संक्रमित होने के बाद पटना एम्स में भर्ती कराए गए थे.

बिहार में 48 घंटे में 23 मौत
वहीं, कोरोना से हो रही मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. हर दिन मरने वालों का आंकड़ा रिकॉर्ड तोड़ने वाला है. सोमवार को 24 घंटे में 11 लोगों की मौत हुई है. जानकारी के मुताबिक, पटना के पीएमसीएच में 5, एनएमसीएच में 3 और एम्स में 3 संक्रमितों की मौत हुई है. इस बीच मंगलवार को पीएमसीएच में 7 मरीजों की मौत की खबर है. साथ ही, एनएमसीएच में 4 संक्रमितों की खबर है. इस बीच एम्स में एक आईएएस अधिकारी ने दम तोड़ा है.

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कम हुआ 'रिकवरी रेट'
बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि के बाद रिकवरी रेट (संक्रमणमुक्त होने की दर) में भी गिरावट जारी है. बिहार का रिकवरी रेट पिछले महीने 99 प्रतिशत से ज्यादा दर्ज किया गया था, जो गिरकर अब 93 प्रतिशत तक पहुंच गया है. स्वास्थ्य विभाग की माने तो संक्रमितों की संख्या में वृद्धि के बाद संक्रमणमुक्त होने की दर में गिरावट आई है, जिससे रिकवरी रेट गिरा है.

स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकडों पर गौर करें, तो पिछले पांच दिनों में कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर में तीन प्रतिशत की गिरावट आई है. आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में सात अप्रैल को 85,050 नमूनों की जांच की गई थी, इनमें से 1527 नए संक्रमित मिले थे. राज्य में इस दिन संक्रमण दर 1.79 प्रतिशत थी, जबकि स्वस्थ होने की दर 97.24 प्रतिशत थी.

संक्रमणमुक्त होने की दर में लगातार गिरावट
विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में 20 मार्च को संक्रमणमुक्त होने की दर 99.23 प्रतिशत दर्ज की गई थी, जिसमें लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. 25 मार्च को संक्रमणमुक्त होने की दर गिरकर 99.06 प्रतिशत तक पहुंच गया था, जबकि उसके बाद यानी 31 मार्च यह दर गिरकर 98.81 फीसदी दर्ज की गई थी.

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, आठ अप्रैल को संक्रमणमुक्त होने की दर 96.68 प्रतिशत दर्ज की गई, जबकि नौ अप्रैल को यह गिरकर 96.03 प्रतिशत और 10 अप्रैल को लुढ़ककर 95.13 प्रतिशत तक पहुंच गया. 11 अप्रैल को यह आंकड़ा लुढ़ककर 94.24 प्रतिशत तक पहुंच गया.

कम हुआ 'रिकवरी रेट'
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी कहते हैं कि राज्य में 12 अप्रैल को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 80,018 नमूनों की जांच की गई थी, जिसमें 2,999 नए संक्रमितों की पहचान की गई थी. इसी दौरान 636 लोग संक्रमणमुक्त होकर अपने घर भी गए. इस तरह राज्य में सोमवार का रिकवरी रेट 93.48 प्रतिशत तक पहुंच गया.

एक्टिव मरीजों की संख्या में भी वृद्धि
इधर, संक्रमणमुक्त होने की दर घटने से सक्रिय मरीजों की संख्या में भी वृद्धि दर्ज की जा रही है. पटना में संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बाद 289 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं.

पटना सदर में माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या 163
बताया जाता है कि संक्रमितों की संख्या ग्रामीण क्षेत्रों से अधिक शहरी क्षेत्रों में है. पटना सदर अनुमंडल में माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या 163 है, जबकि पालीगंज में माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या मात्र नौ है. इधर, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य के सभी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.

बेड बढ़ाने वे अधिक से अधिक जांच करने के निर्देश
इस बीच, मंगल पांडेय ने कहा कि पटना एम्स, पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित सभी अस्पतालों में बेड बढ़ाने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि अधिकरियों को संपर्क में आए लोगों की अधिक से अधिक जांच करने के निर्देश दिए गए हैं और जिले के सविल सर्जनों को होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के भी फीडबैक लेने के निर्देश दिए गए हैं.

सोमवार को कोरोना के 2,999 नए पॉजिटिव मामले
बता दें कि राज्य में सोमवार को कोरोना के 2,999 नए पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद फिलहाल बिहार के 38 जिलों में कोविड-19 के 17,052 सक्रिय मरीज हैं. पिछले 24 घंटे के दौरान 80,018 नमूनों की जांच की गई.

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