पटनाः केंद्रीय मंत्री आर के सिंह राज्यपाल नहीं बनना चाहते हैं. उन्होंने चुनाव लड़ने की बात कही. इस तरह से आरके सिंह ने उन अफवाहों पर विराम लगा दिया कि वो आरा संसदीय सीट छोड़ सकते हैं. बता दें कि भोजपुरी कलाकार पवन सिंह की केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि पवन सिंह को आरा से चुनाव लड़वाया जा सकता है.
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#WATCH | Patna: Union Minister R. K. Singh says, "I will contest in the elections. How can someone else decide for me? I will make my own decision. It is being said that I am going to become the Governor but I will not become a Governor. I will contest from Arrah..." pic.twitter.com/1atceHaQea
— ANI (@ANI) September 24, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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'मैं चुनाव लड़ूंगा. कोई दूसरा मेरे लिए निर्णय कैसे ले सकता है? मैं अपना निर्णय स्वयं लूंगा. कहा जा रहा है कि मैं राज्यपाल बनने जा रहा हूं लेकिन मैं राज्यपाल नहीं बनूंगा .मैं आरा से चुनाव लड़ूंगा...'- आरके सिंह, केंद्रीय मंत्री
आरक्षण के अंदर आरक्षण का पहले भी नहीं था प्रावधानः केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कहा कि महिला आरक्षण बिल जो पास करवाया गया है उसको लेकर विपक्ष में बैठे लोग तरह-तरह के बयान दे रहे हैं. कांग्रेस के समय में ही महिला आरक्षण बिल बना था और कांग्रेस की सरकार ने 10 साल तक उसे पास नहीं करवा सकी. आज जो लोग बिल के स्वरूप को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं उन्हें समझना चाहिए कि महिला आरक्षण बिल कांग्रेस ने पहले सदन में लाया था और उस समय में भी आरक्षण के अंदर आरक्षण का कोई प्रावधान नहीं था.
परिसीमन के बाद ही मिल सकेगा लाभः महिला आरक्षण बिल को लागू करने में देरी के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसको लेकर सबसे पहले परिसीमन होना है. कौन सा क्षेत्र महिला के लिए होगा यह परिसीमन के बाद ही पता चलेगा. अगर सरकार अपने मन से किसी क्षेत्र को महिला का क्षेत्र घोषित कर देती है तो फिर विपक्ष सवाल उठाएगा. इसीलिए हम लोग चाहते हैं कि पहले जो इसका सिस्टम है उसके तहत ही काम किया जाए. यानी परिसीमन के बाद ही इसे ठीक से लागू किया जाए. तब जाकर इसका सही लाभ महिलाओं को मिलेगा.
इंडिया गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं: आरके सिंह से जब सवाल किया गया के नीतीश कुमार के दल के नेता कह रहे हैं कि वह प्रधानमंत्री पद के सबसे अच्छे उम्मीदवार हैं, तो उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन में कुछ ठीक नहीं है. अरविंद केजरीवाल खुद को उम्मीदवार बताते हैं, ममता बनर्जी खुद को उम्मीदवार बताती हैं. आप खुद बताइए कि क्या अरविंद केजरीवाल दिल्ली में कांग्रेस को सीट देंगे या ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को सीट देने का काम करेगी. निश्चित तौर पर इंडिया गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है.
नीतीश को गठबंधन से साइड कर दिया गयाः आरके सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी तंज कसा. कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो सोच लेकर इंडिया गठबंधन बनाए थे इनको ही अलग थलग कर दिया गया है. अब कांग्रेस और लालू यादव मिलकर इंडिया गठबंधन को चलाने का काम कर रहे हैं. ऐसी स्थिति में नीतीश कुमार कहां हैं यह जनता भी जान रही है. इसलिए उनकी पार्टी के नेता कुछ भी कहे लेकिन हम लोग इतना जानते हैं कि नीतीश कुमार अब इंडिया गठबंधन में ना ही संयोजक बन पाएंगे और ना ही इंडिया गठबंधन द्वारा जो निर्णय लिया जाएगा उसमें कहीं से उनसे कोई सहमति ली जाएगी.