ETV Bharat / state

कृषि कानूनों के विरोध में 30 जनवरी को बनेगी मानव श्रृंखला

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान ने कहा कि बिहार में महात्मा गांधी के बलिदान दिवस यानी 30 जनवरी को कृषि कानूनों के विरोध में मानव श्रृंखला बनाई जाएगी. इसमें महागठबंधन के सभी घटक दल भाग लेंगे.

Communist Party of India National Secretary Atul Anjan
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान.
author img

By

Published : Jan 18, 2021, 10:15 PM IST

पटना: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान ने सोमवार को कहा कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि सरकार किसानों की मांग नहीं सुन रही है. लाखों किसान सड़क पर आंदोलन करने को विवश हैं.

अतुल अंजान ने कहा "किसानों की चार मांगें हैं. पहला नए कृषि कानूनों को वापस लिया जाए. दूसरा फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी हो. तीसरा स्वामीनाथन कमिटी की रिपोर्ट लागू की जाए. चौथा किसानों का कर्ज माफ किया जाए. इससे कम पर किसान मानने को तैयार नहीं होंगे और आंदोलन चलता रहेगा. कोई किसान सुप्रीम कोर्ट नहीं गया है. कोर्ट को पहले नए कानूनों की वैद्धता जांचनी चाहिए. यह राज्य का मैटर है या केंद्र का इस पर भी संज्ञान लेना चाहिए.

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान का बयान.

यह भी पढ़ें- दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे किसान नहीं हटेंगे पीछे, गोली खाने को हैं तैयार

महात्मा गांधी के बलिदान दिवस पर बनेगी मानव श्रृंखला
अतुल अंजान ने कहा "बिहार में महात्मा गांधी के बलिदान दिवस यानी 30 जनवरी को कृषि कानूनों के विरोध में मानव श्रृंखला बनाई जाएगी. इसमें महागठबंधन के सभी घटक दल भाग लेंगे. हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा किसान कृषि कानूनों के विरोध में सड़क पर उतरें.

"सरकार पंचायत चुनाव दल के आधार पर कराए जिससे सभी पार्टी को अपने कार्यकर्ताओं को मैदान में उतारने का मौका मिलेगा. अखिल भारतीय किसान संघर्ष मोर्चा कृषि कानूनों को लेकर अपनी मांग पर अडिग होकर आंदोलन कर रहा है. जबतक मांगें पूरी नहीं होंगी आंदोलन जारी रहेगा."- अतुल अंजान, रास्ट्रीय सचिव भाकपा

पटना: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान ने सोमवार को कहा कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि सरकार किसानों की मांग नहीं सुन रही है. लाखों किसान सड़क पर आंदोलन करने को विवश हैं.

अतुल अंजान ने कहा "किसानों की चार मांगें हैं. पहला नए कृषि कानूनों को वापस लिया जाए. दूसरा फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी हो. तीसरा स्वामीनाथन कमिटी की रिपोर्ट लागू की जाए. चौथा किसानों का कर्ज माफ किया जाए. इससे कम पर किसान मानने को तैयार नहीं होंगे और आंदोलन चलता रहेगा. कोई किसान सुप्रीम कोर्ट नहीं गया है. कोर्ट को पहले नए कानूनों की वैद्धता जांचनी चाहिए. यह राज्य का मैटर है या केंद्र का इस पर भी संज्ञान लेना चाहिए.

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान का बयान.

यह भी पढ़ें- दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे किसान नहीं हटेंगे पीछे, गोली खाने को हैं तैयार

महात्मा गांधी के बलिदान दिवस पर बनेगी मानव श्रृंखला
अतुल अंजान ने कहा "बिहार में महात्मा गांधी के बलिदान दिवस यानी 30 जनवरी को कृषि कानूनों के विरोध में मानव श्रृंखला बनाई जाएगी. इसमें महागठबंधन के सभी घटक दल भाग लेंगे. हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा किसान कृषि कानूनों के विरोध में सड़क पर उतरें.

"सरकार पंचायत चुनाव दल के आधार पर कराए जिससे सभी पार्टी को अपने कार्यकर्ताओं को मैदान में उतारने का मौका मिलेगा. अखिल भारतीय किसान संघर्ष मोर्चा कृषि कानूनों को लेकर अपनी मांग पर अडिग होकर आंदोलन कर रहा है. जबतक मांगें पूरी नहीं होंगी आंदोलन जारी रहेगा."- अतुल अंजान, रास्ट्रीय सचिव भाकपा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.