पटना: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान ने सोमवार को कहा कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि सरकार किसानों की मांग नहीं सुन रही है. लाखों किसान सड़क पर आंदोलन करने को विवश हैं.
अतुल अंजान ने कहा "किसानों की चार मांगें हैं. पहला नए कृषि कानूनों को वापस लिया जाए. दूसरा फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी हो. तीसरा स्वामीनाथन कमिटी की रिपोर्ट लागू की जाए. चौथा किसानों का कर्ज माफ किया जाए. इससे कम पर किसान मानने को तैयार नहीं होंगे और आंदोलन चलता रहेगा. कोई किसान सुप्रीम कोर्ट नहीं गया है. कोर्ट को पहले नए कानूनों की वैद्धता जांचनी चाहिए. यह राज्य का मैटर है या केंद्र का इस पर भी संज्ञान लेना चाहिए.
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महात्मा गांधी के बलिदान दिवस पर बनेगी मानव श्रृंखला
अतुल अंजान ने कहा "बिहार में महात्मा गांधी के बलिदान दिवस यानी 30 जनवरी को कृषि कानूनों के विरोध में मानव श्रृंखला बनाई जाएगी. इसमें महागठबंधन के सभी घटक दल भाग लेंगे. हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा किसान कृषि कानूनों के विरोध में सड़क पर उतरें.
"सरकार पंचायत चुनाव दल के आधार पर कराए जिससे सभी पार्टी को अपने कार्यकर्ताओं को मैदान में उतारने का मौका मिलेगा. अखिल भारतीय किसान संघर्ष मोर्चा कृषि कानूनों को लेकर अपनी मांग पर अडिग होकर आंदोलन कर रहा है. जबतक मांगें पूरी नहीं होंगी आंदोलन जारी रहेगा."- अतुल अंजान, रास्ट्रीय सचिव भाकपा