पटना: वर्चुअल रैली के आयोजन के बाद बिहार में सियासी संग्राम छिड़ गया है. इसको लेकर विपक्ष ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाने के साथ ही सहयोगी दलों की उपेक्षा को लेकर भी सवाल उठाए हैं. वहीं, जवाब देते हुए सत्तापक्ष ने विपक्षी दलों को अपने अंदर झांकने की नसीहत दी है.
'एकला चलो की राह पर भाजपा'
गृह मंत्री अमित शाह ने वर्चुअल रैली के जरिए बिहार के लाखों कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. हम पार्टी ने वर्चुअल रैली को लेकर सवाल खड़े करते हुए कहा कि अमित शाह की रैली चुनावी थी. वहीं, भाजपा का कहना है कि यह राजनीतिक रैली नहीं थी.
'महागठबंधन में मुख्यमंत्री के कई दावेदार'
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रवक्ता विजय यादव ने कहा कि बीजेपी ने किसी भी सहयोगी दलों को अपने साथ नहीं लिया. वर्चुअल रैली से भाजपा के इरादे स्पष्ट हो गए हैं. हम के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी के प्रदेश महामंत्री देवेश कुमार ने कहा कि महागठबंधन के अंदर सब कुछ ठीक-ठाक नहीं है. वहां अपनी डफली-अपना राग वाली स्थिति है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री के कई दावेदार हैं.
'अपने अंदर झांकें महागठबंधन'
वहीं, सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि हम विकास के एजेंडे पर चलते हैं. महागठबंधन को अपने अंदर झांकना चाहिए. जहां तक सवाल संयुक्त वर्चुअल रैली का है, तो इसे चुनाव आयोग के रुख के बाद आपसी सहमति से तय कर लिया जाएगा.